मंडी : कुलपति प्रो हरीन्द्र कुमार चौधरी ने कृषि विज्ञान केंद्र का किया दौरा, कहां – पशुपालन कृषि प्रणाली का एक अभिन्न अंग…..

मंडी/सुंदरनगर, 05 अगस्त : चौधरी सरवण कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर के कुलपति प्रो हरीन्द्र कुमार चौधरी ने कृषि विज्ञान केंद्र सुंदरनगर का दौरा किया। वह केंद्र पर आयोजित किए जा रहे डेयरी मैनेजमैंट विषय पर पर दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर में बतौर मु यतिथि उपस्थित हुए व किसानों को कृषि के साथ अन्य आय सृजन करने के व्यवसायों को अपनाने का अनुरोध किया। प्रशिक्षण में उपस्थित किसानों को स बोधित करते हुए उन्होंने कहा कि पशुपालन कृषि प्रणाली का एक अभिन्न अंग है जिसके बिना कृषि क्षेत्र के विकास की परिकल्पना नहीं की जा सकती है। उन्होंने कहा कि पशुपालन में भी ऐसे कई क्षेत्र हैं जिन्हें किसान उद्यमिता के तौर पर अपनाकर अपनी आर्थिकी को सुदृढ़ कर सकते हैं। डेयरी व्यवसाय के अतिरिक्त किसान मुर्गी पालन, भेड़ व बकरी पालन पर प्रशिक्षण प्राप्त कर अपनी आमदनी में बढ़ोतरी कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर ने पशुपालन को बढ़ावा देने के लिए अनेक तकनीकें विकसित की हैं जिनका लाभ किसानों को अवश्य उठाना चाहिए।
उन्होंने किसानों को विशेष तौर पर बैकयार्ड मुर्गी पालन को अपनाने का आहवान किया और कहा कि कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर ने बैकयाडऱ् पाल्ट्री के लिए हिम समृधि किस्म विकसित की है जो कि हमारे पहाड़ी क्षेत्रों के लिए अति उपयुक्त है। उन्होंने मंडी जिला में कृषि प्रसार की गतिविधियों को बढ़ावा देने व किसानों को नई तकनीकों के साथ जोडऩे के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रयासों को सराहा। उन्होंने बताया कि यह प्रदेश के लिए अत्यंत गर्व की बात है कि कि मंडी जिला के दो किसानों को लगातार पिछले दो वर्षों से राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कृत किया गया है जिसके लिए उन्होंने केंद्र के प्रभारी वैज्ञानिक डा. पंकज सूद व उनकी समस्त वैज्ञानिक टीम की सराहना की। इससे पूर्व केन्द्र की वैज्ञानिक डा बृज वनिता ने बताया कि इस शिविर में 25 किसानों ने भाग लिया जिन्हें दो दिन तक डेयरी व मुर्गी पालन विषयों पर विस्तृत जानकारी प्रदान की गई। उन्होंने कहा कि कृषि विज्ञान केंद्र न केवल किसानों को प्रशिक्षित कर रहा है बल्कि किसानों की आमदनी को बढ़ाने हेतू विभिन्न उद्यमों पर प्रदर्शन भी आयेाजित कर रहा है। कुलपति प्रोफेसर हरीन्द्र कुमार चौधरी द्वारा इस अवसर पर लाभार्थियों को हिम समृधि चूजों का वितरण किया गया।