मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में ममता ने मचाया धमाल, पडोह लगे मेले पर थिरके दर्शक…

मंडी/पडोह, 14 सितंबर, (विशाल वर्मा) :
माता त्रिपुर भैरवा मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या 4 कलाकारों की सुरीली आवाज में दर्शकों ने जमकर ठुमके लगाए। मोबाइल फ्लैश लाइट एवं सिटी बजाकर अपने उत्साह को प्रदर्शित किया। जमकर नाचे लोग। सात दिवसीय मां भैरवा मेले की अंतिम सांस्कृतिक संध्या में बीबीएमबी के सहायक मुख्य अभियंता सुंदरनगर विमल मीणा ने बतौर मुख्य अतिथि दीप प्रज्वलित करते हुए शुभारंभ किया। अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि मेले हिमाचली संस्कृति की पहचान है। इनको संजोए रखना, संवारना हम सबका दायित्व है जिसे मेला आयोजन समिति बखूबी निभा रही है। उन्होंने मेले के सफल आयोजन पर पंचायत प्रधान बिना महंत व सभी कलाकारों को बधाई दी। जबकि पंचायत प्रधान विना महंत ने मुख्य अतिथि को शाल- टोपी पहना कर सम्मानित किया।

उन्होंने कहा कि बीबीएमबी के सहयोग के बिना ये मेले आयोजित करना संभव नहीं था। बीबीएमबी की जमीन पर पंचायत ने मेला मैदान का निर्माण किया। भव्य और आकर्षक बीबीएमबी स्टेडियम में सांस्कृतिक संध्या का आयोजन हो सका। हम विशेष रूप से बीबीएमबी के प्रति आभार व धन्यवाद व्यक्त करते हैं। उन्होंने आम जनमानस को आश्वासन दिया के आगामी वर्ष में मेले को और आकर्षक मनोरंजक- प्रेरणादाई बनाने का प्रयास किया जाएगा। सर्वप्रथम सांकृतिक संध्या में रेखा ठाकुर ने अपनी प्रस्तुतियों के साथ संध्या का आगाज किया। बीएस भारद्वाज ने पहाड़ी नाटीयों के माध्यम से दर्शकों की नब्ज को टटोला। मगर जैसे ही शेर सिंह शेरा ने.. पंडोहा लगे मेले.. झूला झूले दी आया प्यारी है… प्रस्तुत किया दर्शक पंडाल में झूमने लगे। इसके पश्चात युवा गायक पुष्प राज ने पंजाबी गाने गाकर जनता को खूब नचाया।जब मेले की मुख्य कलाकारा ममता भारद्वाज ने मंच संभाला दर्शकों में एका एक नई ऊर्जा का संचार हुआ। उन्होंने एक के बाद एक पंजाबी, पहाड़ी और राजस्थानी गीत प्रस्तुत करते हुए दर्शकों पर अपनी ममता का जादू बिखेरा। पंडाल में हजारों की भीड़ मंत्रमुग्ध होकर झूमती रही। मेले में कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
