काजा में संस्कृत छात्र एवं विद्वत सम्मेलन हुआ संपन्न, कार्यक्रम में बौद्ध मठ से भिक्षुओं ने भी लिया भाग

काजा(स्पीति) 30 सितंबर : हिमाचल संस्कृत अकादमी शिमला के माध्यम से शुक्रवार को काजा के एडीसी सभागार में संस्कृत छात्र एवं विद्वत सम्मेलन का आयोजन किया गया। इसमें स्थानीय विद्यालयों के संस्कृत शिक्षकों एवं छात्रों ने भाग लिया। इस दौरान काजा के काजा में संस्कृत छात्र एवं विद्वत सम्मेलन संपन्न हुआ। इसमें काजा के बौद्ध मठ से भिक्षुओं ने भी भाग लिया। कार्यक्रम में काजा के तहसीलदार मुख्यातिथि एवं हमीरपुर से सेवानिवृत उपनिदेशक बलबन्त नड्डा अध्यक्ष के रूप में सम्मिलित हुए। हिमाचल संस्कृत अकादमी के सचिव डॉ.केशवानन्द कौशल ने समस्त लोगों का स्वागत करते हुए आने वाले समय में काजा से संस्कृत का अधिक से अधिक विस्तार करने के लिए आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हम सरकार से निवेदन करेंगे कि लाहौल एवं किन्नौर में संस्कृत महाविद्यालय खोलें जाऐं,जिससे इस क्षेत्र में भी संस्कृत में शोध कार्य आगे बढ़ सके। इस अवसर पर सोलन संस्कृत महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ.प्रेम लाल गौतम ने दिवाकर दत्त के जीवन चरित्र पर अपना शोध प्रस्तुत किय। इसी कड़ी में फागली संस्कृत महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य डॉ.लीलाधर वात्सायन नें भारतीय संस्कृत में बौद्ध दर्शन पर प्रकाश डालते हुए मोक्ष की प्राप्ति के लिए अच्छे कार्यों को करने के लिए प्रयास करने पर बल दिया। इस कार्यक्रम में विशिष्ट गणमान्यों के रूप में डॉ.संदीप शर्मा, डॉ.राहुल शर्मा,डॉ. अमनदीप शर्मा डॉ.जंगछुब नेगी, पी.जी.नेगी, वांगछेननेगी, सुरेन्द्रनेगी किन्नौर, पंचायत प्रधान सोनम डोलमा, कमला नेगी आदि उपस्थित रहे।