
मंडी/सुंदरनगर, 17 मार्च (DHN24×7) : सुंदरनगर 22 से 30 मार्च तक होने जा रहे राज्य स्तरीय नलवाड़ व देवता मेला में नगर परिषद की अनदेखी पर अध्यक्ष व उपाध्यक्ष सहित अन्य पार्षद भड़क गए हैं। उन्होंने मेला कमेटी पर तानाशाही रवैये का आरोप लगाते हुए कहा कि मेला शुरू होने में कुछ ही दिन शेष हैं। लेकिन अभी मेले के संदर्भ में होने वाली किसी भी बैठक में जनता द्वारा चुने हुए प्रतिनिधियों को बुलाया तक नहीं गया है। बंद कमरे में चंद लोगों के साथ मेले की रणनीति बनाई जा रही है। नगर परिषद के अध्यक्ष जितेंद्र शर्मा ने कहा कि राज्य स्तरीय नलवाड़ और देवता मेले के आयोजन को लेकर सत्ता परिवर्तन के बाद पहली बार अव्यवस्था का ऐसा आलम देखा गया है। मेले के आयोजन को लेकर किसी प्रकार की चर्चा तक उनसे नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी का अतिरिक्त कार्यभार एसडीएम देख रहे हैं। नगर परिषद के निर्वाचित सदस्यों के साथ ही पंचायती राज संस्थाओं के चुने हुए प्रतिनिधियों, समाजसेवियों व अन्य की इस प्रकार से हो रही अनदेखी सही नही है।
प्रशासन के इस गैर जिम्मेदाराना रवैये से पार्षदों और अन्य विभिन्न समितियों के पदाधिकारियों में प्रशासन के ढुलमुल रवैए के प्रति गहरा रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मेला आयोजित करवाते आ रहे थे। मेले के आयोजन में कभी राजनीति आड़े नही आई। उसमें कभी भी इस तरह की अव्यवस्था का आलम देखने को नहीं मिला है। जबकि मेले का आयोजन नगर परिषद की जमीन पर होता है। ऐसे में नगर परिषद की अनदेखी समझ से परे है।