डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – मनाली-जालंधर नेशनल हाईवे के चौड़ीकरण कार्य के चलते मंडी शहर के साथ लगते तल्याहड़ के पास की जा रही कटिंग से 8 घरों पर खतरा मंडरा गया है। इन 8 घरों के लोग बीते एक महीने के डर के साए में जीने को मजबूर हो गए हैं। जिनके घरों के पास कटिंग की गई है उनमें रिटायर सूबेदार खेम सिंह सेन, नेत्र सिंह, हेम सिंह, जगत सिंह, कश्मीर सिंह, कुशमैहद सिंह और भूतेश्वरी देवी सहित अन्यों के घर शामिल हैं। प्रभावितों का आरोप है कि उन्होंने यहां काम कर रही सूर्या कंपनी को इन्होंने बरसात से पहले कटिंग करके समय रहते डंगे लगाने के लिए कई बार कहा, लेकिन कंपनी ने बरसात से ठीक पहले यहां पर कटिंग का काम शुरू कर दिया। जब कंपनी कटिंग कर रही थी तब भी इन्होंने कंपनी प्रबंधन से घरों के पास वाली जगह को छोड़कर कटिंग करने को कहा, लेकिन कंपनी तब भी नहीं मानी और कटिंग करने के बाद डंगे लगाने की तरफ कोई ध्यान नहीं दिया। अब नतीजा यह निकला कि यहां बार-बार लैंडस्लाइड होने से 8 घरों पर खतरा मंडरा गया है।
प्रभावित परिवारों ने प्रदेश सरकार, मंडी जिला प्रशासन और निर्माण कार्य में लगी कंपनी से घरों के पास वाली जगह पर तुरंत प्रभाव से तेज गति के साथ डंगे लगाने की गुहार लगाई है ताकि घरों को गिरने से बचाया जा सके। अभी इन सभी ने अपने पैसों से तिरपाल खरीदकर लैंडस्लाइड वाले एरिया को कवर किया हुआ है। इनका आरोप है कि कंपनी यहां पर डंगे लगाने के कार्य में एक तो कोताही बरत रही है और दूसरा निर्माण कार्य भी गुणवत्ता के साथ नहीं कर रही है। इसलिए इस कार्य को पूरी गुणवत्ता के साथ करवाया जाए।
वहीं, जब इस बारे में एडीएम मंडी डा. मदन कुमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि यह मामला प्रशासन के ध्यान में है। डीसी मंडी अपूर्व देवगन ने प्रोजेक्ट डायरेक्टर, एसडीएम और निर्माण कार्य में लगी कंपनी के साथ बैठक करके इसपर त्वरित कार्रवाई करने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं।