डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – सुंदरनगर
झारखंड के गुमला में गार्ड रूप में डयूटी पर स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या करने वाले हवलदार संजय कुमार का बुधवार को उनके गांव न्यूल स्थित शमशानघाट में अंतिम संस्कार किया गया। संजय कुमार के बेटे चार वर्षीय युवराज ने उन्हें मुखाग्नि दी। चंडीगढ़ की उनकी देह को लेकर पहुंची सीआरपीएफ की टुकड़ी ने उन्हें सलामी दी। चिता को अग्रि देने के साथ ही पूरा आकाश संजय कुमार अमर रहे के उदघोषों से गूंज उठा। बुधवार सुबह उनकी पार्थिव देह को चंडीगढ़ से सुंदरनगर पहुंचाया गया। जहां बीएसएल थाना में कुछ देर ठहराव के बाद शव को उनके गांव में पहुंचाया गया। घर पहुंचने ही गांव में चीख पुकार मच गई। संजय कुमार की पत्नी सुनीता देवी, बेटी कोमल व बेटे युवराज के साथ ही उनकी माता, भाई सीता राम सहित परिवार के अन्य सदस्यों की आंखों से आंसुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। सुबह पार्थिव देह के घर पहुंचने के बाद विधि विधान के साथ संस्कार की सभी रस्में निभाई गई।
इस दौरान नाचन के विधायक विनोद कुमार और पुलिस के अधिकारी भी विशेष रूप से मौजूद रहे। झारखंड के गुमला में स्थित 218 सीआरपीएफ बटालियन कैंप के गार्ड रूम में डयूटी पर तैनात संजय कुमार ने बीते सोमवार को अपनी एके-47 राइफल से खुद को गोली मार ली थी। जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई थी। संजय कुमार के इस तरह से स्वयं को गोली मारकर आत्महत्या जैसा खौफनाक कदम उठाने की घटना से हर कोई स्तब्ध है। हवलदार संजय कुमार के निधन पर नेता प्रतिपक्ष व सराज के विधायक जयराम ठाकुर, नाचन विधायक विनोद कुमार, सुंदरनगर विधायक राकेश जम्वाल ने शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त की हैं।