मंडी (नितेश सैनी)
मंडी जिला के गोहर उपमंडल में एक पेड़ पर मौजूद घोंसले में ऐसा अंडा मिला है जो देखने में तो पूरा अंडे के आकार का है। लेकिन कई फीट ऊंचाई से गिरने के बावजूद भी टूट नहीं रहा है। जी हां आपने सही सुना…ऐसा हैरान कर देने वाला मामला मंडी जिला के उपमंडल गोहर से सामने आया है। इस प्रकार के अंडे को देखकर पशुपालन विभाग के अधिकारी और कर्मचारी भी हैरान हैं। आलम यह है कि मंडी जिला ही नहीं यह अंडा पूरे हिमाचल प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है। क्षेत्र की ग्राम पंचायत चैलचौक के सलोई गांव निवासी महेंद्र कुमार हैरान-परेशान है कि पेड़ पर मिला एक अंडा आखिर है किस प्रजाति का और यहां आया कैसे। ऐसा वाक्या क्षेत्र में पहली बार हुआ है कि अंडा पत्थर के जैसे कठोर बन चुका है व पांच फीट ऊपर से गिराने पर भी टूटता नही है।
जानकारी के अनुसार बीते चार दिन पूर्व महेंद्र अपने घर के साथ खेतों में गया और मौके पर अपने पशुओं के लिए शहतूत (चिम्मू) के पतों की कटिंग करने पेड़ पर चढ़ा गया। अभी महेंद्र ने पेड़ की टहनियों को काटना शुरू किया ही था कि उसे पेड़ों की टहनियों के बीच एक सफेद रंग का अंडा दिखाई दिया। महेंद्र ने अंडे को किसी पक्षी का समझकर पेड़ से नीचे उतर गया तथा अंडे को हाथ तक भी नहीं लगाया। लेकिन शनिवार को जब फिर से महेंद्र उसी शहतूत के पेड़ की कटिंग करने गया तो अंडे को उसी जगह पर मौजूद देखा। महेंद्र ने जब उस अंडे को अपने हाथों में लिया तो उसका वजन आम अंडों से ज्यादा था जिसे देखकर वह हैरान रह गया। महेंद्र ने अंडे को डर के मारे अपने हाथों से नीचे गिरा दिया। हैरानी की बात तो तब हुई जब अंडा खेत में गिरा तो वह टूटा भी नहीं। जिसे देख महेंद्र ने अंडे को अपने खेत से उठाया और घर ले आया। मिट्टी से खराब अंडे को जब पानी से साफ किया तो उसका पूरा आकार मुर्गी के अंडे जैसा था। लेकिन वह आम अंडे से थोड़ा छोटा मगर वजन में 86 ग्राम निकला। इसकी सूचना महेंद्र कुमार ने पशुपालन विभाग गोहर को दी व अंडे को लेकर स्वयं उपमंडलीय पशु चिकित्सालय गोहर ले गए। जहां से पशुपालन विभाग द्वारा अंडे को आगामी जांच के लिए वन विभाग के वाइल्डलाइफ वीक को भेजा जा रहा है।
उपमंडल गोहर में तैनात पशु चिकित्सक डॉ. नंद किशोर ने कहा कि यह अंडा किसी भी बड़े पक्षी का हो सकता है और उनके संज्ञान में पहली बार इस प्रकार का मामला आया है। इस प्रकार का अंडा मिलने से वे भी हैरान हैं। अंडे को तेज रोशनी में जब जांचा गया तो उसमें से लाईट क्रॉस होने के कारण किसी पक्षी का अंडा होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने कहा कि अंडे की सही जांच के लिए इसे वन विभाग के वाइल्ड लाइफ विंग को भेजा जा रहा है। जांच के उपरांत ही इसके बारे में कुछ कहा जा सकता है।