डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – लोक निर्माण मंत्री और मंडी संसदीय सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने आरएसएस के संघ संचालक मोहन भागवत और प्रांत संचालक से सनातन धर्म को बचाने के लिए हस्तक्षेप करने का आग्रह किया है। शुक्रवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन शिमला में मीडिया से बातचीत में विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि भाजपा ने ऐसे प्रत्याशी को चुनाव मैदान में उतारा है, जिससे देव परंपरा खतरे में आ गई है। भाजपा प्रत्याशी ने ऐसे खानपान को बढ़ावा दिया है, जिसके बारे में देवभूमि के लोग सोच भी नहीं सकते। अप्रत्यक्ष तौर पर मंडी संसदीय सीट से भाजपा प्रत्याशी कंगना रंनौत के खिलाफ मुखर होकर कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह ने सियासी पारा गरमा दिया है। बीते कुछ दिनों से दोनों प्रत्याशियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है। विक्रमादित्य ने एक बार फिर कंगना पर निशाना साधा। उन्होंने सनातन धर्म को बचाने के लिए राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संघ संचालक मोहन भागवत से हस्तक्षेप की मांग कर दी। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश में सनातन धर्म खतरे में आ गया है। इस पूरे मामले में भाजपा ने तो अपने मुंह पर टेप लगा ली है, ऐसे में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संघ संचालक को हस्तक्षेप करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जो खानपान हिंदू की सोच से भी दूर है, भाजपा ने ऐसी सोच को बढ़ावा देने वाली प्रत्याशी को मंडी से उतारा है।
विक्रमादित्य सिंह ने कहा कि अन्य लोगों के नजर में भले ही मंडी सीट हॉट सीट हो, लेकिन उनके लिए ऐसा नहीं है। प्रदेश की चारों सीटों को वह एक समान देखते हैं। पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर पर पलटवार करते हुए कहा कि नेता प्रतिपक्ष ने विधानसभा में मुख्यमंत्री रहते हुए कहा था कि अगर कर्मचारियों को पुरानी पेंशन योजना चाहिए, तो उन्हें चुनाव लड़ना चाहिए। अब जयराम मजबूरी में इसका समर्थन कर रहे हैं। उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने पहले ही यह कह दिया है कि आने वाले वक्त में कांग्रेस सरकार ओल्ड पेंशन स्कीम को कानूनी रूप से मजबूत बनाएगी।
वहीं, प्रतिभा सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी चुनाव मैदान में है। हमारी तैयारी पूरी है। चुनाव में जीत के लिए सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दी जाएगी, टिकटों पर जल्द फैसला लिया जाएगा।