डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी
हिमाचल प्रदेश सहित मंडी जिला में पिछले 36 घंटे से लगातार हो रही बारिश के कारण जन जीवन अस्त व्यस्त हो चुका है. जहां नदी नाले उफान पर है तो वहीं दूसरी और कई लोगों के घर भी मलबे की चपेट में आ चुके हैं। मंडी जिला में पिछले 36 घंटे में 5 लोगों की मौत हो चुकी है और 2 लोग अभी भी लापता है। इसके साथ ही चंडीगढ़ मनाली राष्ट्रीय उच्च मार्ग पर रैंस नाला में अत्यधिक पानी व मलबा आने से रैंस नाला टनल में मलबा चला गया है. इसके साथ ही हनोगी माता मंदिर पर भी भारी मात्रा में मलबा आया है।
एडीएम डॉ. मदन कुमार ने बताया भूस्खलन होने के कारण मंडी पठानकोट नेशनल हाईवे पूरी तरह से बंद है इसके साथ ही मंडी कुल्लू नेशनल हाइवे बंद है और वैकल्पिक मार्ग भी पूरी तरह से बंद हो चुका है। यहां पर करीब 350 वाहन फंसे हैं। मौके पर प्रशासन मौजूद है लोगों को राहत देने के लिए रिलीफ कैंप शुरू कर दिया गया है वहां पर लोगों के खाने-पीने और रहने की व्यवस्था की गई है। एडीएम ने बताया की जिला में दो नेशनल हाईवे के साथ 254 सड़के बंद है, आईपीएच की 91 स्कीमें प्रभावित होने के साथ विद्युत विभाग के 1109 ट्रांसफार्मर बंद है। उन्होंने कहा कि प्रशासन की ओर से प्रभावित लोगों को हर संभव मदद मुहैया करवाई जा रही है उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि अभी आगामी दिनों में भी जिला में मौसम खराब बना रहने का अनुमान है जिसके चलते लोग कम से कम सफर करें और नदी नालों से दूर रहें।
मलबे की चपेट में आया मकान :
सराज विधानसभा क्षेत्र की ग्राम पंचायत कलहनी के गांव डगैल में भारी भूस्खलन से आए मलबे में एक घर पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया है और इसमें 2 लोगों की दबने से मौके पर ही मौत हो गई है जिसमें गोपी देवी पुत्री मीनु राम 14 वर्ष और उनके नाना परमा नंद 62 वर्ष इस हादसे के शिकार हुए और दोनो के शवों को गांव वालों ने कड़ी मशक्कत के बाद मलबे से बाहर निकाल दिया है। इसके साथ सराज क्षेत्र में नोक सिंह की गौशाला में दबने से मौत जबकि गोहर उपमंडल व सदर तहसील में एक-एक मौत हुई है। वहीं प्रशासन की ओर से पीड़ित परिवारों फ़ौरी राहत राशि प्रदान कर दी है. वही ग्राम पंचायत कलहनी के सराची में स्कूल मैदान सहित कई घर भूस्खलन की चपेट में आ गए है।