डेली हिमाचल न्यूज़ : सुंदरनगर – कृषि प्रशिक्षण केंद्र सुंदरनगर में एचपीडीपी जायका ओडीऐ हमीरपुर द्वारा प्रायोजित” पोषक अनाजों की खेती के माध्यम से खाद्य विविधीकरण और पोषण सुधार” पर दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में जायका परियोजना में कार्यरत जिला मंडी, सिरमौर, हमीरपुर, कांगड़ा, सोलन, चंबा, उना, शिमला ब बिलासपुर से आए हुए कृषि अधिकारियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण के दौरान प्रधानाचार्य, कृषि प्रशिक्षण केंद्र सुंदरनगर डॉ. प्राची ने बताया कि जलवायु परिवर्तन की समस्या के परिवेश में पोषक अनाजों की खेती एक अच्छा विकल्प है क्योंकि इन्हें बहुत ही कम पानी की आवश्यकता होती है, साथ ही साथ पोषक अनाज पोषण सुधार में तथा आधुनिकतम जीवन शैली से उत्पन्न होने वाली बीमारियों के प्रबंधन में एक कारगर भोजन है। वही, डॉ. हितेन्दर वाइस प्रिंसिपल द्वारा मोटे अनाजों को बढ़ावा देने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयत्नों से भी अवगत करवाया।
कार्यक्रम में डॉ. भारत भूषण व डॉ. नरेश द्वारा हिमाचल प्रदेश के महत्वपूर्ण पोषक अनाजों की पहचान और पोषक तत्व बारे और डॉ. सतीश गुलेरिया द्वारा हिमाचल प्रदेश में महत्वपूर्ण पोषक अनाजों की वैज्ञानिक विधि द्वारा उत्पादन तकनीक, पोषक अनाजों की प्राथमिक और माध्यमिक प्रसंस्करण बारे चर्चा की गई। स्टार्टअप उद्यमी यशपाल चंदेल द्वारा पोषक अनाजों के व्यापार एवं विपणन, इसकी आपूर्ति श्रृंखला कृषि स्टार्टअप का अनुभव सांझा किया गया तथा महिला किसान विमला मास्टर ट्रेनर द्वारा पोषक अनाजों द्वारा बनाई जाने वाली विभिन्न व्यंजनों की विधियां प्रदशित की गई।
कार्यक्रम की समन्वयक डॉ. मीना ने बताया कि कार्यक्रम में विभिन्न जिलों से आए हुए 30 कृषि अधिकारियों ने भाग लिया। प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान महिलाओं की कृषि व पोषक अनाजों के उत्पादन व संरक्षण की भूमिका पर चर्चा की गई तथा विकास प्रक्रिया में लैंगिक समानता के उद्देश्य से महिलाओं को मुख्य धारा से जोड़ने पर बल दिया गया।