डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – पंडोह : विशाल वर्मा
बीबीएमबी के मंडी जिला के पंडोह स्थित बीएसएल सीनियर सकेंडरी स्कूल के संचालन को डीएवी प्रबंधन को सौंपे जाने की चर्चाओं का पंडोह के लोग विरोध में उत्तर आए हैं। लोगों का कहना है कि डीएवी जैसी संस्था भारी भरकम फीस लेती है जोकि क्षेत्र के लोग नहीं चुका पाएंगे। इसलिए इस स्कूल का संचालन बीबीएमबी प्रबंधन स्वयं करे और यहां पर शिक्षकों की तैनाती करे।मौजूदा समय में बीबीएमबी के पंडोह स्थित स्कूल में मात्र 24 बच्चे ही रहे गए हैं और इन बच्चों को पढ़ाने के लिए सिर्फ 4 ही शिक्षक मौजूद हैं। शिक्षकों की कमी के चलते कोई भी अभिभावक अपने बच्चों के दाखिले इस स्कूल में नहीं करवा रहे हैं। हालांकि पहले यह स्कूल पंजाब शिक्षा बोर्ड के अधीन था और बीते करीब दस वर्षों से यह सीबीएसई के अधीन आ गया है। यह पूरे क्षेत्र का इकलौता सीबीएसई स्कूल है। लेकिन स्कूल की बदहाली को लेकर लोगों में भारी रोष है। अब यह बात सामने आ रही है कि बीबीएमबी प्रबंधन स्कूल के संचालन का दायित्व डीएवी को सौंपने जा रहा है। हालांकि बीबीएमबी प्रबंधन ने यह स्पष्ट कहा है कि संचालन का जिम्मा भले ही डीएवी को सौंपा जाएगा लेकिन फीस में बढ़ोतरी नहीं की जाएगी। लेकिन पंडोह के लोगों को बीबीएमबी की यह बात मात्र छलावा प्रतीत हो रही है।
स्थानीय निवासी मनोज कुमार, चंद्रमणी और जागर स्योग वार्ड से बीडीसी सदस्य खेम चंद ने कहा कि डीएवी प्रबंधन भारी भरकम फीस वसूलती है जोकि क्षेत्र के लोग अदा नहीं कर पाएंगे। फीस बढ़ोतरी न करने की जो बातें कही जा रही हैं वह मात्र एक छलावा है क्योंकि कहा कुछ और जाता है और कागजों में कुछ और किया जाता है। इसलिए बीबीएमबी प्रबंधन इस स्कूल का संचालन स्वयं करे और यहां पर स्टाफ की तैनाती करके इसकी दशा को सुधारा जाए।