डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – लोक संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन की दिशा में बीते पैंतिस सालों से सक्रिय संस्था मांडव्य कला मंच की ओर से मंडी में सांस्कृतिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन को उनके कार्यालय में कलाकारों द्वारा सम्मानित किया गया। इस अवसर पर उन्हें शॉल टोपी पहनाने के अलावा मंच की ओर से प्रकाशित मंडयाली लोकगीतों की पुस्तक और रिकार्ड किए गए गीतों का पेन ड्राइव भेंट किया गया। इसके बाद अतिरिक्त उपायुक्त रोहित राठौर तथा एडीएम मंडी मदन कुमार को भी सम्मानित किया। मांडव्य कला मंच के संस्थापक अध्यक्ष कुलदीप गुलेरिया ने बताया कि मांडव्य कला मंच को गत वर्ष लोक संस्कृति की दिशा में बेस्ट परफॉर्मर का खिताब मिला था। वहीं पर मांडव्य कला मंच ने सात बार राष्ट्रीय युवा समारोह, दो बार राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव और तीन बार राष्ट्रीय लोकनाट्य उत्सव और चार बार नेशनल विंटर कार्निवल मनाली में सर्वश्रेष्ठ दल का खिताब जीत कर अनेकों पुरस्कार प्राप्त किए हैं। उन्होंने बताया कि 1988 से लोक संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए प्रयासरत लोक संस्कृति के विभिन्न पक्षों को लेकर आगे बढऩे के लिए प्रयत्नशील है। मंच की सबसे बड़ी उपलब्धि लुप्त हो चुके मंडी जनपद के लोक नृत्य लुड्डी को देश भर में पहचान दिलाते हुए लगभग 3000 से ज्यादा प्रस्तुतियां दी गई। इसके अतिरिक्त लोकनाच बुढड़ा तथा लोकनाट्य बांठड़ा आदि को बचाने और संरक्षित करने में अहम भूमिका निभाई। यही नहीं 1998 में पहली बार मंडी के मंडयाली गीतों का संग्रह कर पुस्तक का प्रकाशन कर मुक्त वितरण किया। जबकि इसी तरह 2007 में निर्मित लोक गीतों की ऑडियो कैसेट विरासत का भी मुक्त वितरण किया गया।
उन्होंने बताया की इसी वर्ष 2024 में आयोजित भारत पर्व पहली बार भाग लेकर दिल्ली के लाल किला में प्रदेश की सांस्कृतिक विरासत की झलकी प्रस्तुत की तथा गत वर्ष 2023 में अपने सहयोगियों के साथ वंदे भारतम् कार्यक्रम में भी पहली बार भाग लिया। राष्ट्रीय गणतंत्र दिवस के उपलक्ष पर कर्तव्य पथ पर हिमाचल का परचम लहराते हुए मंडी जनपद का गौरव बढ़ाया। इस अवसर पर मंच के संस्थापक सदस्यों के अलावा नए कलाकार भी मौजूद रहे।