सुंदरनगर के जवाहर पार्क में 20 दिसंबर के बाद लगने वाले मेले को लेकर विरोध शुरू हो गया है। दिल्ली के व्यापारियों द्वारा लगाए जाने वाले इस मेले के विरोध में सुकेत व्यापार मंडल ने मोर्चा खोल दिया है। व्यापार मंडल ने नगर परिषद को चेतावनी दी है कि यदि इस मेेले के आयोजन को रद्द नहीं किया गया तो व्यापारी आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। जिसकी सारी जिम्मेवारी नगर परिषद की होगी। सुकेत व्यापार मंडल के अध्यक्ष सुरेश कौशल ने बताया कि दिल्ली के कुछ व्यापारियों ने नगर परिषद सुंदरनगर को जवाहर पार्क में एक मेले का आयोजन करने के लिए स्वीकृति मांगी थी। करीब 40 दिनों तक चलने वाले इस मेले के आयोजन के लिए व्यापारियों द्वारा नगर परिषद को 10 हजार रूपये की राशि प्रत्येक दिन की शुल्क के रूप में देनी थी। इस मेले में कपड़ा, बर्तन, रेडीमेड, आर्टिफिशियल आभूषण सहित सभी प्रकार के खाने-पीने के स्टाल भी लगाए जाने हैं। उन्होंने आरोप लगाया है कि नगर परिषद ने अपनी आमदनी के लिए सुंदरनगर के व्यापारियों के हितों को दरकिनार कर दिया है। व्यापारी पहले से ही आनलाइन शापिंग की मार झेल रहे हैं। उपर यदि ऐसे मेलों का आयोजन होता रहा तो उन्हें खाने के भी लाले पड़ जाएंगे। ऐसा करने पर नगर परिषद को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। नगर परिषद के कार्यकारी अधिकारी हितेश कुमार ने बताया कि जवाहर पार्क में मेला 20 दिसंबर के बाद से प्रस्तावित है। इसके आयोजन के लिए 20 दिनों की अनुमति दी गई है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों ने इस संदर्भ में ज्ञापन सौंपा है। सभी से मिलकर इसका समाधान निकाला जाएगा।