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मानव सेवा ट्रस्ट ने सुंदरनगर के 16 वर्षीय राष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी आरव ठाकुर को किया गया सम्मानित

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डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – सुंदरनगर – सुंदरनगर के उभरते हुए 16 वर्षीय फुटबॉल खिलाड़ी आरव ठाकुर को मानव सेवा ट्रस्ट सुंदरनगर द्वारा उनके उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। आरव ठाकुर ने राष्ट्रीय स्तर पर हिमाचल प्रदेश की जूनियर फुटबॉल टीम का प्रतिनिधित्व कर अपने क्षेत्र का नाम गौरवान्वित किया है। आरव ठाकुर ने इस प्रतियोगिता में मंडी जिला का प्रतिनिधित्व करते हुए अरुणाचल प्रदेश, असम, सिक्किम, और आंध्र प्रदेश जैसी टीमों के साथ मैच खेलें। उनकी इस अद्वितीय उपलब्धि ने उन्हें सुंदरनगर और पूरे हिमाचल प्रदेश में एक नई पहचान दिलाई है। मानव सेवा ट्रस्ट सुंदरनगर के अध्यक्ष प्रकाश चंद बंसल ने आरव ठाकुर की इस सफलता पर गर्व जताया और फुटबॉल में उनकी इस उल्लेखनीय उपलब्धि के लिए सम्मानित किया और उन्हें भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। ट्रस्ट के अध्यक्ष ने कहा कि आरव ठाकुर जैसे युवाओं का प्रदर्शन अन्य खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत है और वे ऐसे ही उपलब्धियों से हिमाचल प्रदेश का नाम और ऊंचा करेंगे। 

वहीं, आरव ठाकुर सुंदरनगर के एक निजी स्कूल में पढ़ाई करते हैं। स्कूल के प्रधानाचार्य ने भी उनकी इस उपलब्धि पर गर्व जताते हुए कहा कि “आरव ने न केवल विद्यालय, बल्कि पूरे मंडी जिला का नाम राष्ट्रीय स्तर पर गौरवान्वित किया है। उनका यह समर्पण और अनुशासन सभी छात्रों के लिए प्रेरणास्रोत है।” प्रधानाचार्य ने आरव को उनकी सफलता के लिए बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस अवसर पर आरव ने अपने कोच और मार्गदर्शक नरेश राणा, फेजर अकादमी से रोशन खान और राइजिंग स्टार अकादमी मंडी हरीश शर्मा, कोच अभिषेक राणा, टीम मैनेजर चंदन, फिजियो अभिषेक का विशेष रूप से आभार जताया है। उन्होंने प्रेसिडेंट फुटबॉल जिला मंडी लीला विलास का भी विशेष रूप से आभार व्यक्त किया, जिन्होंने उन्हें लगातार प्रोत्साहित और मार्गदर्शन दिया। आरव अपने बड़े भाई आर्यन ठाकुर को अपना आदर्श मानता है

हिमाचल प्रदेश के स्टेट चैंपियन रह चुके आरव ठाकुर की इस नवीनतम उपलब्धि ने उनके खेल जीवन में एक और सुनहरा अध्याय जोड़ दिया है। मात्र 16 वर्ष की उम्र में राष्ट्रीय स्तर पर इस तरह का प्रदर्शन करना न केवल आरव के लिए, बल्कि पूरे सुंदरनगर और हिमाचल प्रदेश के लिए गर्व की बात है। उनके बेहतरीन खेल कौशल और अनुशासन ने उन्हें एक सफल फुटबॉलर के रूप में स्थापित किया है, और यह उपलब्धि उनकी खेल यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगी। आरव की इस सफलता ने उन्हें भविष्य के लिए एक आशाजनक खिलाड़ी के रूप में उभरने का मौका दिया है।

बता दे कि आरव ठाकुर की सफलता के पीछे उनके पिता राजेश ठाकुर की मेहनत और समर्पण की भी अहम भूमिका है। हिमाचल प्रदेश के मशहूर फोटोग्राफर में से एक राजेश ठाकुर ने अपने बेटे के फुटबॉल करियर को प्राथमिकता दी और उसे नई ऊंचाइयों तक पहुंचाने के लिए कड़ी मेहनत की। आरव के पिता का यह अटूट समर्पण और प्रेरणा ही है जिसने आरव को राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाने के लिए प्रेरित किया। उनके पिता का यह समर्थन आरव के लिए सबसे बड़ी ताकत बनकर उभरा है, जिसने उसे अपने खेल में उत्कृष्टता हासिल करने में मदद की।

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