डेली हिमाचल न्यूज़ : शिमला – युवा कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय प्रवक्ता विवेक मेहता ने कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया है। विवेक मेहता ने शिमला में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष राजीव बिंदल, नेता प्रतिपक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर व भाजपा सांसद सुरेश कश्यप की मौजूदगी में भाजपा का दामन थामा। भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने पर राजीव बिंदल और जयराम ठाकुर ने उनका हार पहना कर स्वागत किया।
इससे पहले विवेक मेहता ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को कांग्रेस पार्टी की सदस्यता से अपना इस्तीफा भेज दिया है। इस दौरान उन्होंने कई आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी के भीतर वामपंथी विचारधारा बहुत हावी हो गई. टैलेंट हंट के नाम पर टैलेंट को कैसे खत्म करना है उस पर ज्यादा जोर दिया जा रहा है। देश विरोधी ताकतों को बढ़ावा दिया जा रहा है, टुकड़े-टुकड़े गैंग व देश को विभाजित करने वाली विचारधारा के पोषक तत्वों को पार्टी महत्वपूर्ण पद से नवाज रही है व अपने पार्टी टिकट पर लोकसभा का चुनाव लड़वा रही है। विचारधारा की लड़ाई बोलकर कांग्रेस पार्टी ने देश विरोधी विचारधारा के साथ इंडिया एलाइंस करके लाखों करोड़ों कार्यकर्ताओं का मनोबल तोड़ा है। सनातन धर्म को गाली देने वाले, सनातन धर्म को बीमारी की संज्ञा देने वाली विचारधारा व प्रभु श्री राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकराना, धारा 370 के हटने का विरोध करना व देश विरोधी ताकतों और आवाजों को पोषित करना पिछले कुछ वर्षों से कांग्रेस के विचारधारा का अहम हिस्सा बन गया है। इन सभी विषयों से आहत होकर मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देता हूं। विवेक मेहता ने कहा कि जिस कांग्रेस पार्टी को मैंने तकरीबन पिछले 20 वर्षों से महत्वपूर्ण पदों पर रहकर कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी व कच्छ के रण से लेकर बंगाल की खाड़ी तक विचारधारा का ध्वजवाहक बनकर धूप-छांव, घर- परिवार की परवाह किए बगैर अनवरत संगठन सेवा में लगा रहा आज मैं उस संगठन की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र देता हूं। मेरे लिए भी यह विचारों की लड़ाई है जो विचारधारा देश की नहीं है जो विचारधारा धर्म की नहीं है जो विचारधारा प्रभु श्री राम की नहीं है ऐसी विचारधारा को त्यागना मेरे लिए धर्म है। न्याय यात्रा लेकर आप पूरे देश में घूम रहे हैं पहले पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ताओं को पहले न्याय दें।