डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी
मंडी जनपद के देव बुढ़ा बिंगल के वीर माने जाने वाले देवता टुण्डी वीर लगभग 85 लाख रूपए की लागत से बने नवनिर्मित भंडार में विराजमान हो गए हैं। इस मौके पर ग्राम पंचायत कटिंढी के गांव साढला में नवनिर्मित भंडार का प्रतिष्ठा समारोह बड़े ही हर्षोल्लास व घूमधाम के साथ मनाया गया। इस दौरान भजन किर्तन का दौर दो दिनों तक चलता रहा और रविवार को विशाल भंडारे का आयोजन किया गया जिसमें स्थानिय देवी देवताओं की 52 कमेटियों सहित हजरों लोगों ने देव टुण्डी वीर का प्रसाद ग्रहण किया। आदि देव टुण्डी वीर देवता समिति के सदस्य ने बताया कि लोगों में देवता के प्रति गहरी आस्था है जिसके चलते भंडार का कार्य पूरा हो पाया है। उन्होंने बताया कि इसके लिए किसी से मदद नहीं मांगी गई है जबकि आसपास के गांव पंचायतों से लोगों ने खुद ही इस कार्य के लिए दान दिया है। उन्होंने बताया कि देवता के भंडार का पुराने स्थान पर ही काष्ठकुणी व पत्थर के मिश्रित कलाकारी से निर्माण किया गया है। देवता कमेटी सदस्य कृष्ण चंद ने बताया कि किवदंतियों के अनुसार एक समय में मंडी के तुंगल में एक डायन आतंक मचाती व लोगों को मारती हुई व्यास नदी को पार करते हुए दं्रग क्षेत्र की तरफ आने लगी तो देवता टुण्डी वीर जी ने उसे वहीं रोक दिया और आगे नहीं आने दिया। इसके बाद देवता की उत्पत्ति साढला गांव के एक सरोवर के निकट हुई बताई जाती है। उन्होंने बताया कि देवता सभी भक्तों की मनोकामना पूर्ण करने वाले है।
वहीं, इस मौके पर द्रंग के विधायक पूर्ण चंद ने भी देवता के भंडार की प्रतिष्ठा समारोह में शिरकत की व देवता के आगे शीश नवाया। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश देव भूमि है और यहां के लोगों की देवी देवताओं के प्रति गहरी आस्था है। उन्होंने बताया कि देवी देवताओं के आशिर्वाद से ही आज वे इस मुकाम तक पहुंचे हैं। विधायक पूर्ण चंद ने बताया कि उन्होंने देवता से सभी की सुख समृद्धि की कामना की।