डेली हिमाचल न्यूज़, मंडी – पंडोह : विशाल
मंगलवार दोपहर करीब डेढ़ बजे चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पर मंडी और पंडोह के बीच 6 मील के पास पहाड़ी से भारी मात्रा में पत्थर और मलबा गिरने के कारण मशीन सहित दबे मशीन ऑपरेटर का शव पुलिस ने बरामद कर लिया है। मृतक की पहचान 25 वर्षीय फिरोजद्दीन उर्फ सलीम पुत्र मोहम्मद अली निवासी गांव जरली ग्राम पंचायत घ्राण तहसील सदर जिला मंडी के रूप में हुई है। जानकारी के अनुसार केएमसी कंपनी का ठेकेदार 6 मील के पास बरसात के समय में हुए लैंडस्लाईड के मलबे को हटाने का कार्य कर रहा था। यह कार्य मशीन के माध्यम से किया जा रहा था और फिरोजद्दीन उर्फ सलीम इस मशीन को आपरेट कर रहा था। मलबा हटाते वक्त अचानक पहाड़ी से भारी मात्रा में बड़े-बड़े पत्थर और मलबा आ गिरा। मलबा गिरने की भनक लगते ही मशीन आपरेटर ने मशीन को छोड़कर वहां से भागने की कोशिश की लेकिन मलबे की चपेट में आ गया और दबकर उसकी मौत हो गई। घटना की सूचना मिलते ही केएमसी कंपनी, एनएचएआई, पुलिस और प्रशासन की टीमें मौके पर पहुंची। दूसरी मशीनें मौके पर लाकर मलबा हटाने का कार्य शुरू किया गया और शव को बाहर निकाला गया। एसपी मंडी साक्षी वर्मा और एएसपी मंडी सागर चंद्र खुद मौके पर पहुंचे और सारी स्थिति का जायजा लिया। एसपी मंडी साक्षी वर्मा ने बताया कि केएमसी कंपनी के ठेकेदार के खिलाफ आईपीसी की धारा 336 और 304ए के तहत मामला दर्ज करके आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। वहीं, प्रशासन की तरफ से मृतक के परिवार को 25 हजार की राशि फौरी राहत के तौर पर दे दी गई है।
7 घंटों तक बंद रहा हाईवे, अब यातायात के लिए बहाल :
इस हादसे के कारण हाईवे पर काफी बड़े-बड़े पत्थर और मलबा आ गिरा था। हालांकि पुलिस ने मलबे में दबे मशीन ऑपरेटर को बाहर निकालने को प्राथमिकता दी और उसके शव को ढूंढने के बाद हाईवे को बहाल करने का कार्य शुरू किया गया। 7 घंटों की कड़ी मशक्कत के बाद हाईवे को सभी प्रकार के वाहनों की आवाजाही के लिए बहाल कर दिया गया है।
बरसात के दौरान परेशानी का सबब बना रहा 6 मील, लील गया था मां-बेटे को :
मंडी से पंडोह के बीच 6 मील ही एक ऐसा स्थान है जो सबसे ज्यादा खतरनाक है। बीती बरसात के दौरान यहां सबसे ज्यादा लैंडस्लाईड हुए और हाईवे यहीं पर ही बंद रहा। इसी स्थान पर कुल्लू से सुंदरनगर जा रही कार पर पत्थर गिरे थे जिसमें सवार मां-बेटे की मौत हो गई थी। हालांकि एनएचएआई ने अब यहां पर फोरलेन निर्माण के कार्य को पूरी तरह से बंद कर दिया है क्योंकि यहां पर टनलें बनाई जा रही हैं लेकिन 6 मील के पास गिरे मलबे को हटाने का कार्य किया जा रहा था क्योंकि मौजूदा समय में चंडीगढ़-मनाली हाईवे का सारा ट्रेफिक यहीं से होकर गुजर रहा है। लेकिन अब इस मलबे को हटाना भी जोखिमभरा हो गया है।
Author: Daily Himachal News
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