डेली हिमाचल न्यूज़ : सुंदरनगर
महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा शुक्रवार को एसडीएम कार्यालय सुंदरनगर में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत आरंभ किए गए देई कार्यक्रम का आयोजन किया गया। एसडीएम सुंदरनगर अमर नेगी ने हाल ही में हुई नीट परीक्षा उत्तीर्ण छात्राओं को सम्मानित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
इस दौरान छात्राओं ने अपने अनुभव सांझा किए तथा कार्यक्रम में उपस्थित अधिकारियों से अपने भविष्य और करियर संबंधी विभिन्न प्रश्न पूछ कर शंकाओं को दूर किया। एसडीएम ने बताया कि जिला मंडी में देई कार्यक्रम शुरू कर बेटियों को सशक्त बनाने की पहल की है जिसका मुख्य उद्देश्य जिला मंडी के लिंगानुपात में सुधार करना है। वर्तमान में मंडी जिला का लिंगानुपात राज्य के औसत से नीचे चल रहा है जिसे सुधारने के लिए जिला प्रशासन व महिला एवं बाल विकास विभाग ने संयुक्त रूप से इस कार्यक्रम को शुरू किया है। इस कार्यक्रम के अंतर्गत जितनी भी बच्चियां है उनको प्रोत्साहन दिया जा रहा है ताकि वह पढ़ाई या अन्य क्षेत्रों में बढ़-चढ़कर भाग ले और अपनी प्रतिभा को दिखाकर अपना, अपने परिवार, प्रदेश और देश का नाम रोशन कर सकें। साथ ही उन्होंने बच्चियों के उज्जवल भविष्य की कामना की।
सीडीपीओ शिव सिंह वर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि देई कार्यक्रम के प्रथम चरण में जिला भर की बेटियां जिन्होंने किसी भी परीक्षा या अन्य क्षेत्रों में अव्वल स्थान हासिल किया है, उनकी उपलब्धियों के लिए उन्हें सम्मानित किया जाएगा। इसी कड़ी में महावीर स्कूल सुंदरनगर की होनहार बेटियों को सम्मानित किया गया और साथ ही सुंदरनगर उपमंडल के सभी स्कूलों में पढ़ रही बेटियों को उनकी उपलब्धियों के लिए चरणबद्ध तरीके से सम्मानित किया जाएगा ताकि अन्य बेटियों को उनसे प्रेरणा मिले।
महावीर स्कूल की प्रधानाचार्य अनुराधा जैन ने अपने स्कूल की मेधावी छात्राओं के सम्मान ग्रहण के लिए जिला प्रशासन का आभार जताया। उन्होंने कहा कि लड़कियों ने हर क्षेत्र में अपनी जगह बनाई है और तरक्की के परचम लहराए हैं। फिर भी समाज में लड़का लड़की में भेदभाव देखने को मिलता है। ऐसे कार्यक्रमों से समाज, माता पिता की धारणाओं में सुधार आएगा