डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी
प्रदेश भाजपा प्रवक्ता अजय राणा ने कहा कि जब से कांग्रेस की सरकार प्रदेश में बनी है तभी से गलत व जनविरोधी निर्णय ले रही है। सरकार बनते ही 1000 संस्थान बंद करना हो या “सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी” का दायरा घटाने का निर्णय भी दुर्भाग्यपूर्ण फैसला है। यह विश्वविद्यालय पूर्व जयराम ठाकुर की भाजपा सरकार मे खुला था। छात्रों को अपनी माइग्रेशन, डिग्री, मार्क्स सीट, रजिस्ट्रेशन के लिए कई बार शिमला जाना पड़ता है तो बस किराया और यदि वहां रहना पड़ जाये तो होटल के कमरे पर छात्रों को फालतू में पैसे खर्च करने पड़ते है। उन्होंर कहां की मंडी, कुल्लू, कांगडा, चम्बा , लौहल जिलों के छात्रों को सरदार पटेल विश्वविद्यालय मंडी नजदीक पडता था। तभी इसे खोलने का फैसला लिया था। पूर्व की जयराम सरकार का यह फैसला जनहित, लोकहित, छात्र हित, अभिभावक हित मे था। अजय राणा ने कहा कि जनता की सरकार का यही मतलब है कि लोंगो के हित को ध्यान में रखकर ही फैसले हो। लेकिन अब हिमाचल प्रदेश सरकार का यह कहना कि यह विश्वविद्यालय राजनीतिक मंशा से खोला गया था यह दुर्भाग्यपूर्ण है।
अजय राणा ने कहा मंडी संसदीय क्षेत्र की सांसद प्रतिभा सिंह इस मुद्दे पर सरकार के सामने छात्रों का पक्ष रखने में नाकाम साबित हुई। आज मंडी संसदीय क्षेत्र के लोग यह पूछ रहे हैं कि वे क्यो चुप हैं। वो काग्रेस की हिमाचल की अध्यक्षा भी हैं तो लोंगो को यह लगता है कि यदि वह इस पर सरकार को बोलें गी तो उनकी बात टालना सुक्खु सरकार को मुश्किल होगा? कांग्रेस नेताओं को और कांग्रेस सरकार को “सरदार पटेल” नाम से ही एलर्जी है तभी आप इसका विरोध कर रहे हैं। क्योंकि आप की सरकार एक ही नाम”नेहरू” व गांधी परिवार से बाहर नहीं निकल पाए हैं। सरकार को अभी 13 महीने ही बने है मगर आज कर्मचारी, विद्यार्थी, नौजवान व सभी वर्ग अपने आप को ठगा महसूस कर रहे है। जनता आने वाले समय में भाजपा को वोट देकर मोदी को दोबारा प्रधानमंत्री बनाएगी।