डेली हिमाचल न्यूज़ : सुजानपुर – मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि सुजानपुर के पूर्व विधायक राजेंद्र राणा जनसेवा नहीं, धन सेवा के लिए राजनीति कर रहे हैं। पूर्व विधायक भाजपा की राजनीतिक मंडी में बिके हैं, 14 महीने में वह जनता के काम नहीं, सिरमौर के नैना टिक्कर स्थित अपनी पार्टनरशिप वाले क्रशर की एनवायरमेंट क्लीयरेंस और अपने राजगढ़ के होटल की सड़क बनवाने के लिए मेरे पास आते थे। पूर्व मुख्यमंत्री प्रो प्रेम कुमार धूमल को राजनीतिक षड्यंत्र के तहत हराया गया। वह हमीरपुर से चुनाव लड़ते थे, भाजपा के एक खेमे ने उन्हें सुजानपुर से टिकट दिलवा दिया। धूमल चुनाव हार गए और पूर्व भाजपा सरकार में हमीरपुर जिला को अधिमान नहीं मिला। मुख्यमंत्री ने ये बातें सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के जोल पलाही, खैरी गोशाला, कक्कड़, ऊटपुर, ऊहल, पटनौण व सराकड़ में आईटीआई के पास चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए कहीं। सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस उम्मीदवार कैप्टन रणजीत राणा व लोकसभा उम्मीदवार सतपाल रायजादा के लिए वोट की अपील की। सुखविंदर सिंह ने कहा कि पहले जो गलती सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों से हुई थी, उसे सुधारना है। मैंने मुख्यमंत्री के नाते पूर्व विधायक से कई बार सुजानपुर दौरे पर आने के लिए कहा, लेकिन वह ना-नुकर करते रहे। आपदा में भी उन्होंने मुझे नहीं बुलाया, लोगों की पीढ़ा को समझते हुए मैंने खुद आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा किया। आपदा में 8 करोड़ रुपये सुजानपुर क्षेत्र को दिए। 100 करोड़ रुपये ग्रामीण सड़कों के लिए दिया है। बिकाऊ विधायक अपने क्रशर व होटल की बात करते रहे, लेकिन सुजानपुर विधानसभा क्षेत्र के लोगों के खेतों में कंटीली तार लगाने का मुद्दा कभी नहीं उठाया। हमारी सरकार 50 करोड़ रुपये से लोगों की खेती को बचाने के लिए कंटीली तार लगाएगी।
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मुख्यमंत्री ने कहा, बिकाऊ विधायक से जनता यह पूछे कि वह बिकने के बाद एक महीने तक घर और सुजानपुर की जनता से मिलने क्यों नहीं आए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिकाऊ विधायक इसलिए दर-दर भटक रहे थे, क्योंकि सरकार गिराने के नाम पर उन्होंने भाजपा नेताओं से तीसरी क़िस्त लेनी थी। सुजानपुर से कांग्रेस के उम्मीदवार कैप्टन रणजीत ने न तो क्रशर लगाना है, न भू माफिया बनना है। उन्होंने केवल और केवल समस्याओं को ढूंढकर उनका हल करवाना है। कैप्टन ने सेना में रहते सीना ठोककर देश की सरहद पर दुश्मन की गोली का सामना किया है। वह ईमानदार हैं और गरीब घर से होने के कारण जनता के दर्द व उनकी समस्याओं को जानते हैं। पूर्व विधायक राजेंद्र राणा ने अपनी नैतिकता को बेचा है। उन्हें सम्मान नहीं, भाजपा का सामान से भरा अटैची चाहिए था। मेरी मुख्यमंत्री की कुर्सी को कोई खतरा नहीं है। यह लड़ाई आपकी है, आपके वोट को बचाने की है। दागदार और बेदाग के बीच है। बिकने वाले सच्चे सेवक नहीं हो सकते। बेईमान बार-बार आकर झूठे वादे करेगा, लेकिन उनकी बात में नहीं आना है। सरकार साढ़े तीन साल के कार्यकाल में सुजानपुर की तकदीर व तस्वीर बदल दी जाएगी।