डेली हिमाचल न्यूज़ – मंडी – सुंदरनगर : भारत मौसम विज्ञान विभाग(आई.एम.डी.) की स्थापना के 150 वी वर्षगांठ सुंदरनगर स्थित पवन सूचक गुब्बारा वेधशाला में मंगलवार को हर्षोल्लास के साथ मनाई गई। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में स्कूली विद्यार्थियों को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया। इस मौके पर पवन सूचक गुब्बारा वेधशाला के प्रभारी राकेश सेन ने उपस्थित विद्यार्थियों व अतिथियों के समक्ष केक काट कर 150वीं वर्षगांठ के कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अपने संबोधन में राकेश सेन ने उपस्थित विद्यार्थियों को जानकारी देते हुए बताया कि आज पूरे भारत में विभाग द्वारा इस उपलक्ष्य में कार्यक्रम आयोजित किये गये है। उन्होंने बताया भारत मौसम विभाग मौसम और जलवायु सेवाओं के लिए भारत सरकार की प्रमुख सरकारी एजेंसी है। यह पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अधीन कार्य करती है तथा इसमें 4 हजार से अधिक वैज्ञानिक अपनी सेवाएं देते है। भारत मौसम विभाग उन्नत मौसम संबंधी उपकरणों, अत्याधुनिक कंप्यूटिंग प्लेटफॉर्म, मौसम और जलवायु पूर्वानुमान मॉडल, सूचना प्रसंस्करण और पूर्वानुमान प्रणाली और चेतावनी प्रसार प्रणालियों का प्रदाता है। उन्होंने बताया कि वर्ष 1875 में भारत में बिट्रिश भारत सरकार ने भारत मौसम विज्ञान विभाग की स्थापना की। जिसने आज अपनी स्थापना के 150 वर्ष पूरे कर लिये है। भारत मौसम विभाग के पास पास देश भर में चरम घटनाओं के बेहतर अवलोकन और भविष्यवाणी के लिए 39 डॉपलर मौसम रडार है और साथ ही इनसेट 3डी/डी.आर. समर्पित मौसम उपग्रह हैं जो हर 15 मिनट में बादलों की तस्वीरें प्रदान करते हैं। इसके साथ ही लगभग 200 कृषि स्वचालित मौसम स्टेशन, 806 स्वचालित मौसम स्टेशन, 1382 स्वचालित वर्षा मापी, 83 बिजली सेंसर के तथा 63 पायलट बैलून ऊपरी हवा अवलोकन स्टेशन पूरे देश में मौसम विज्ञान विभाग की अवलोकन सेवाओं की रीढ़ हैं।
इस अवसर पर विद्यार्थियों व अन्य उपस्थित अतिथियों को पवन सूचक गुब्बारा वेधशाला की कार्यप्रणाली का लाइव प्रदर्शन किया गया। नौरंग कान्वेंट स्कूल के विद्यार्थियों के द्वारा मौसम व जलवायु पर बनाये गए मॉडलों को भी प्रदर्शित किया। पवन सूचक गुब्बारा वेधशाला की 150वीं वर्षगांठ पर सभी को मिष्ठान भी परोसे गये।