HIMACHAL : आग लगने से घर के अंदर रखे गैस सिलेंडर के धमाके से सहम उठा पूरा गांव, सब जलकर राख…

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

मंडी/गोहर (संजीव) मंडी जिला के उपमंडल गोहर में भीषण अग्निकांड हुआ है। आगजनी की इस घटना में ग्राम पंचायत दाण के गांव दाण में तीन कमरों का एक रिहायशी मकान व गौशाला पूरी तरह जलकर राख हो गए हैं। घटना सोमवार दोपहर डेढ़ बजे की है। आग लेगने का कारण शॉर्ट सर्किट बताया जा रहा है। मिली जानकारी की अनुसार दाण गाँव मे आज सीमा देवी के मकान में उस समय आग लग गई जब सभी सदस्य डिपु से राशन लेने के लिए गए थे। पडोसियों ने जैसी ही आग की लपटें देखी तो वे आग बुझाने के लिए दौड़े। लेकिन आग इतनी भयंकर थी की देखते ही देखते पूरा मकान जलकर राख हो गया। आगजनी की इस घटना में साथ लगती नरोत्तम की गौशाला भी राख हो गई। गनीमत रही कि ग्रामीण कड़ी मशक्त के बाद साथ लगती गौशाला में बंधी गाय को बचाने में कामयाब रहे। प्रत्यक्षदर्शियों ने अनुसार आग इतनी भयानक थी कि घर मे रखे गैस के चार सिलेंडरों ने आग में घी डालने का काम किया। गैस सिलेंडरों के धमाकों से पूरे इलाके में अफरा तफरी मच गई और धमाकों से पूरा गांव सहम उठा। आग का भयानक मंजर देख ग्रामीणों ने दमकल विभाग व गोहर पुलिस को इसकी सूचना दी। कुछ ही समय मे दमकल विभाग की गाड़ी मौके पर पहुंच गई व आग पर काबू पाने का कार्य शुरू हुआ लेकिन तब तक सब राख हो चुका था। आग लगने की इस घटना से पीडित परिवारों का लाखों का नुक्सान हो गया है।

वहीं इलाके में हुई इस आगजनी की घटना के बाद ग्रामीणों में सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त हो गया है। ग्रामीणों का कहना है कि दमकल विभाग की गाड़ी तो समय पर पहुंच गई थी। लेकिन आग पर काबू पाते हुए गाड़ी का पानी ही खत्म हो गया उसके बाद गाड़ी दोबारा फिलअप होने के लिए वैकल्पिक स्थान ख्योड (बासा) में पानी भरने को चली गई। ग्रामीणों का कहना है कि दमकल विभाग के जगह जगह हाईड्रेंट पॉइंट बने होते तोे समय पर आग पर काबू पाया जा सकता था। स्थानीय ग्रामीणों ने सरकार व प्रशासन से मांग की है कि सरकार जल्दी ही गोहर, चौलचौक, गणेश चौक, स्यांज, बासा मौविसेरी, बाड़ू आदि क्षेत्रों में हाईडेंट लगाए ताकि भविष्य में दमकल विभाग की गाड़ी को समय रहते पानी उपलब्ध हो सके।

वहीं आगजनी की घटना के बारे में एसडीएम गोहर रमन शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रशासन की तरफ से दोनों परिवारों को फौरी राहत के तौर पर 10-10 हजार रूपए की राशि दे दी गई है। वहीं जरूरी सामान प्रशासन द्वारा पीड़ित परिवार को दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पीडित परिवार की हर संभव सहायता प्रशासन के द्वारा की जाएगी।

Read More

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

और पढ़ें

error: Content is protected !!