हमीरपुर : जिला हमीरपुर से संबंध रखने वाले 22 वर्षीय अंशुमन ढटवालिया फाइटर जेट पायलट बन गया है। उनकी इस उपलब्धि पर परिजनों ने खुशी जताई है। अंशुमन का जन्म पांच नवंबर 2000 को उत्तम ढटवालिया और सुषमा कुमारी के घर हुआ। वर्ष 2018 में एनडीए में सिलेक्शन के बाद तीन साल पूना में कंबाइन ट्रेनिंग और फिर हैदराबाद में एक साल पायलट की ट्रेनिंग करने के बाद अंशुमन गत 18 जून को पास आउट हो गया। अंशुमन की पहली पोस्टिंग बेस्ट बंगाल में हुई है।
बता दें कि एयर फोर्स में तीन तरह के पायलट होते हैं जिसमें सर्वप्रथम फाइटर जेट, दूसरे नंबर पर ट्रांसपोर्ट और तीसरे नंबर पर हेलीकॉप्टर के पायलट आते हैं। अंशुमन का फाइटर जेट में पायलट बनना बहुत बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
अंशुमन की शिक्षा की बात करें तो उन्होंने प्राइमरी एजुकेशन आंध्र प्रदेश के पूट्टापर्ति में थी। उसके बाद डीएवी सलासी हमीरपुर से आठवीं तक की पढ़ाई की। यहां कराटे में नेशनल चैंपियन भी रहा। आठवीं के बाद 12वीं तक की पढ़ाई सैनिक स्कूल सुजानपुर में पूरी की और 2018 में पहले ही प्रयास में एनडीए क्वालीफाई कर लिया। अंशुमन के पिता उत्तम ढटवालिया बीबीएन कॉलेज में असिस्टेंट लाइब्रेरियन हैं जबकि उनकी माता सुषमा कुमारी जिनका वर्ष 2021 में एक कार एक्सीडेंट में निधन हो गया था वे हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग में स्कूल काडर में इतिहास की प्रवक्ता थीं। अंशुमन की एक बहन है जो आंध्र प्रदेश के अपोलो मेडिकल कॉलेज चित्तूर में एमबीबीएस कर रही है। अंशुमन इनदिनों घर पर है। लेकिन अंशुमन की माने तो वें पने माता पिता और शिक्षकों के आशीर्वाद से इस मुकाम तक पहुंच पाया है। वे कहते हैं कि वह खुशनसीब है कि उन्हें बतौर फाइटर जेट पायलट बन कर देश सेवा करने का मौका मिला। अंशुमन ने अपनी माता को याद करते हुए कहां की आज मां साथ होती सबसे ज्यादा खुश होतीं, उनकी कमी हमेशा खलेगी।
Author: Daily Himachal News
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