डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – हिमाचल प्रदेश में झूठे प्रमाणपत्र व तथ्य छिपाकर फार्मासिस्ट की नौकरी लेना एक व्यक्ति को भारी पड़ गया। मामले में आरोपी व्यक्ति के साथ पशुपालन विभाग के तत्कालीन निदेशक व पटवारी के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। मामले में राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने मंडी जिला के सरकाघाट क्षेत्र के आरोपी फार्मासिस्ट के खिलाफ मामला दर्ज का कर जांच शुरू कर दी है। मामले में पशुपालन विभाग के तत्कालीन निदेशक व पटवारी पर आरोपी को गलत दस्तावेजों के सहारे लाभ पहुंचाने का आरोप है। तत्कालीन निदेशक के खिलाफ विभागीय सचिव से अनुमति लेने के बाद कार्रवाई अमल पर लाई गई है।
जानकारी के अनुसार विजिलेंस को गलत दस्तावेजों के सहारे नौकरी लेने की शिकायत मिली थी। मामले में विजिलेंस ने शुरुआती छानबीन शुरू की तो सभी आरोप सही पाए गए। वही, विजिलेंस ने सभी प्रकार की औपचारिकताएं पूरी करते हुए नियमानुसार कार्रवाई अमल पर लाई। विजिलेंस के पास पहुंची शिकायत में आरोप है की मंडी जिला के सरकाघाट क्षेत्र से तालुका रखने वाले अनूप कुमार ने झूठे प्रमाण पत्र व तथ्य छिपाकर पशुपालन विभाग में फार्मासिस्ट की नौकरी हासिल की। इसमें पटवारी व पशुपालन विभाग के तत्कालीन निदेशक ने भी गलत प्रमाणपत्र के सहारे अनूप कुमार को लाभ पहुंचाया। वही, शिकायत मिलने पर आरोपी अनूप कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है इसके साथ ही पशुपालन विभाग के तत्कालीन निदेशक व पटवारी के खिलाफ भी विजिलेंस थाना मंडी में मामला दर्ज किया गया है।
मामले की पुष्टि करते हुए राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो मध्य जोन मंडी कुलभूषण वर्मा ने बताया कि मामले को लेकर जांच जारी है। मामले में पुराने कानून के तहत कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।