डेली हिमाचल न्यूज़ : शिमला – वर्ष 2022 में जम्मू-कश्मीर के बारामुला में आतंकियों से हुई मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए हिमाचल प्रदेश के जवान कुलभूषण मांटा को शहीदोपरांत शौर्य चक्र से सम्मानित किया गया। कुलभूषण 52 राष्ट्रीय राइफल्स के जवान थे और हिमाचल प्रदेश के शिमला जिला की कुपवी तहसील के गौंठ से तालुका रखते थे। कुलभूषण अपने माता-पिता की इकलौती संतान थे। शुक्रवार शाम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने नई दिल्ली में शाहिद कुलभूषण की माता और पत्नी को शौर्य चक्र सम्मान सौंपा। सम्मान समारोह में जब शहीद कुलभूषण मांटा का नाम लिया गया तो उनकी मां की आंखों से आंसू टपक पड़े और पत्नी नीतू भी इस दौरान साथ में मौजूद रहीं। हालांकि, उनके चेहरे पर कोई भाव नजर आया लेकिन उनकी तस्वीर देखकर अंदाजा जरूर लगाया जा सकता है कि पति की शहादत के बाद वह कितनी टूट चुकी हैं। इस बात का अंदाजा सिर्फ वही लगा सकती है।
बता दें कि अक्टूबर 2022 में जम्मू कश्मीर के बारामूला में एक एनकाउंटर हुआ इस दौरान 25 वर्षीय कुलभूषण मानता को गोली लगी और वह घायल अवस्था में भी आतंकियों के साथ लड़ते रहे। इस दौरान उन्होंने एक आतंकी को भी जिंदा पकड़ा था।