मंडी, 31 अगस्त: पिछले लगभग साढ़े चार वर्षो तक हिमाचल प्रदेश की जनता को पूरी तरह भूल चूके कांग्रेस पार्टी के नेताओं को चुनाव नजदीक आते ही लोगों को झूठी गारंटीयां देने का शौक चढ़ गया है। प्रदेश भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश महासचिव और सुंदरनगर के विधायक ने कांग्रेस की दस गारंटी के ऊपर कांग्रेस पार्टी को आड़े हाथों लेते हुए कहा की जब कोरोना जैसे संकट में लोगों को सहारे की आवश्यकता थी तब ये नेता कहां थे । उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि देश की सत्ता पर दशकों तक काबिज रहा दल आज चुनावों में बड़ी हार टालने के लिए गारंटी जैसे निम्न हथकंडे अपना रहा है जो सिद्ध करता है की एक परिवार के पालन पोषण से बाहर कभी कांग्रेसी नेताओं की सोच नहीं रही। उन्होंने कहा की पुरानी पेंशन पर बात करने का कांग्रेस को कोई हक नहीं क्योंकि वो कांग्रेस सरकार ही थी जिसने प्रदेश में इसे बंद करने के लिए सबसे पहले हस्ताक्षर किए थे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस शासित राज्य आज तक पुरानी पेंशन बहाल नहीं करवा पा रहे हैं। जो नेता 125 यूनिट बिजली मुफ्त देने को मुफ्तखोरी कहते थे आज वे 300 यूनिट मुफ्त देने की झूठी गारंटी देना हास्यास्पद है। उन्होंने कहा की हिमाचल प्रदेश सरकार ने स्वाबलंबन योजना से देश के हजारों युवा स्वरोजगार की ओर प्रेरित हुए हैं और दूसरों को भी रोजगार उपलब्ध करवा रहे हैं। कांग्रेस ने लंबे समय तक प्रदेश में राज किया परंतु रोजगार के मामले में फिसड्डी साबित हुई जबकि पिछले साढ़े चार वर्षों में जयराम ठाकुर के नेतृत्व वाली सरकार ने रिकॉर्ड स्तर पर विपरीत परिस्थितियों में रोजगार उपलब्ध करवाया है जिसकी बराबरी करने के बारे में कांग्रेसी सोच भी नहीं सकते। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों के सशक्तिकरण के लिए लाए गए कानूनों का विरोध कांग्रेस की किसान विरोधी मानसिकता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी देश भर में अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है और हिमाचल में तो इसके नेता सार्वजानिक तौर पर एक दुसरे की टांग खिंचाई में लगे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में निरंतर गरीब और जरूरतमंद लोगों के उत्थान में कार्यरत है और सरकार कुशल कार्यप्रणाली के कारण प्रदेश लगातार देश भर में हर मोर्चे पर अग्रणी स्थान पर बना हुआ है।