डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – मंडी संसदीय क्षेत्र से कांग्रेस प्रत्याशी विक्रमादित्य सिंह राजनीतिक रूप से बहुत बड़ी साजिश का शिकार हुए हैं। जिस प्रकार का रोल उनका अभी तक सरकार में रहा है उसके आधार पर यही कहा जा सकता है कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू ने उन्हें हाशिए पर धकेलने का पक्का प्लान बनाया है। यह बात भाजपा मंडी जिलाध्यक्ष निहाल चंद शर्मा ने मीडिया से बातचीत करते हुए कही। निहालचंद शर्मा ने कहा कि राज परिवार के सदस्य विक्रमादित्य सिंह उसी दिन से खुद जनता में हंसी का पात्र बन गए हैं जब उन्होंने राज्यसभा चुनाव में भाजपा की जीत के तुरंत बाद पीडब्ल्यूडी मंत्री पद से यह कहकर प्रेस कांफ्रेंस में रोते हुए इस्तीफा दिया था कि उनके पिता स्व वीरभद्र सिंह की मूर्ति लगाने के लिए सरकार ने दो गज जमीन तक रिज में मुहैया नहीं करवाई। आज जनता ही पूछ रही है कि ऐसी क्या मजबूरी है कि इतना अपमान सहने के बाद भी राज परिवार घुटने टेक गया और अब इसी सरकार के गुणगान गाए जा रहा हैं। उन्होंने कहा कि वीरभद्र सिंह का पूरा हिमाचल सम्मान करता है लेकिन जब उनका बेटा और पत्नी ही इस सरकार में दुःखी थे तो अब ऐसा क्या हो गया कि मंत्री पद छोड़कर विक्रमादित्य सिंह मंडी से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गए। उन्होंने कहा कि राज परिवार को समझ लेना चाहिए कि आपको छः बार के मुख्यमंत्री रहे वीरभद्र सिंह के जीवित रहते सत्ता विरासत में मिली है लेकिन अब आपको काम के आधार पर जनता समर्थन देगी। इस सरकार में काम नहीं हो रहे और कार्यकर्ता नाराज हैं ये बात कोई और नहीं उनकी माता ही सभी जगह बोल रही है।
निहालचंद शर्मा ने विक्रमादित्य सिंह को चेतावनी देते हुए कहा कि आप छः बार के विधायक और आपके पिता की सरकार को सत्ता से बाहर करने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे जयराम ठाकुर के खिलाफ अनापशनाप टिप्पणी करने से बाज़ आएं और अपने काम के आधार पर वोट मांगे। जनता जानती है कि ये चुनाव किसे चुनने का है और कौन देश में विकास कर सकता है। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि मंडी में जयराम ठाकुर की लोकप्रियता और भाजपा प्रत्याशी कंगना रनौत के समर्थन में भीड़ उमड़ती देख राज परिवार घबरा रहा है और हताशा में जयराम ठाकुर को निशाना बनाया जा रहा है। विक्रमादित्य सिंह प्रचार के दौरान इस बात को समझ चुके हैं कि मंडी संसदीय क्षेत्र में जयराम का ही बोलबाला है और कांग्रेस को यहां मुंह की खानी पड़ेगी।