डेली हिमाचल न्यूज़ : सुंदरनगर – ऋषि-मुनियों और देवी-देवताओं की पावन धरा सुंदरनगर में रविवार को वर्षों पुरानी भगवान जगन्नाथ रथयात्रा के आयोजन से भक्तिमय हो गई। इस अवसर पर जिला के प्राचीन भगवान जगन्नाथ,बलीभद्र और मांं लक्ष्मी अपने श्रद्धालुओं से रूबरू हुए। सुंदरनगर के हंडेटी स्थित जगन्नाथ मंदिर से पुराना बाजार और बीएसएल कॉलोनी होते हुए जंगमबाग तक निकली रथयात्रा में सैकड़ों लोगों ने भागीदार बन कर भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया। हंडेटी से जंगमबाग तक निकली इस भव्य रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ स्वामी के साथ बलीभद्र और मां लक्ष्मी भी साथ रहे। इस दौरान भक्तों द्वारा विभिन्न स्थानों पर रथयात्रा में शामिल लोगों का जलपान और मिठाइयों के साथ आदर सत्कार भी किया गया। जंगमबाग में एक दिन का विश्राम करने के बाद मंगलवार को विशाल भंडारे के बाद भगवान जगन्नाथ, बलीभद्र और मां लक्ष्मी संग वापिस हंडेटी मंदिर में वापिस लौट जाएंगे। गौरतलब है कि जिला मंडी के सुंदरनगर में मनाया जाने वाला यह पर्व आषाढ़ मास के दो प्रविष्टे से ओडिशा के पुरी में मनाए जाने वाले जगन्नाथ पर्व की तर्ज पर ही धूमधाम के साथ मनाया जाता है। जगन्नाथ मंदिर हंडेटी में निर्मित इस प्राचीन मंदिर का निर्माण लगभग 300 वर्ष पूर्व हुआ था। यहां भगवान जगन्नाथ,बलीभद्र चंदन की लकड़ी और मां लक्ष्मी अष्ट धातु से निर्मित हैं। हर वर्ष सुंदरनगर में उनकी भव्य रथयात्रा निकाली जाती है।
भगवान जगन्नाथ मंदिर हंडेटी के मुख्य सेवादार रुपेश शर्मा ने कहा कि इस रथयात्रा में भगवान के रथ को खींचकर लोग पुण्य के भागीदार बनते हैं। यह मंडी जिला की सबसे प्राचीन भगवान जगन्नाथ की रथयात्रा है। इस रथयात्रा के बाद अंतिम दिन 9 जुलाई मंगलवार को जंगमबाग में विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा और भगवान जगन्नाथ बलीभद्र और मां लक्ष्मी संग अपने हंडेटी स्थित मंदिर में वापस लौट जाएंगे।