शिमला/ सिरमौर, 20 अगस्त : शनिवार को सिरमौर दौरे पर पहुंचे हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश के लिए यह सौभाग्य की बात है कि विश्व के सबसे बड़े राजनीतिक दल का नेतृत्व हिमाचल प्रदेश के धरती पुत्र जगत प्रकाश नड्डा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि लगभग हर पार्टी कार्यकर्ता की भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ कार्य करने की मधुर स्मृतियां है। उन्होंने कहा कि पांवटा साहिब एक पवित्र और ऐतिहासिक शहर है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश अपने अस्तित्व के गौरवशाली 75 वर्ष मना रहा है और भारत आजादी के 75वें वर्ष को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के रूप में मना रहा है। उन्होंने कहा कि यह स्वतंत्रता संग्राम में देश के असंख्य लोगों के योगदान को स्मरण करने का अवसर है।

जयराम ठाकुर ने कहा कि यह राज्य का सौभाग्य है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी हिमाचल प्रदेश को अपना दूसरा घर मानते हैं और राज्य की विकासात्मक आवश्कताओं का हमेशा ध्यान रखते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान राष्ट्रीय नेतृत्व ने सुनिश्चित किया कि देश में कोई भी व्यक्ति भोजन, मास्क, सैनिटाइजर और अन्य आवश्यक चीजों से वंचित न रहे। उन्होंने कहा कि राज्य में पार्टी कार्यकर्ताओं ने भी महामारी के दौरान जरूरतमंदों को 50 लाख से अधिक मास्क प्रदान कर सराहनीय कार्य किया है। उन्होंने कहा कि इतिहास उन लोगों को याद रखेगा, जिन्होंने देश को कोरोना के कठिन दौर में सफलतापूर्वक बाहर निकाला। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव को राष्ट्रीयता की भावना से मनाने का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का विचार वास्तव में महान लोगों द्वारा किए गए सर्वोच्च बलिदान के बारे में युवा पीढ़ी को शिक्षित करने के साथ-साथ भारत मॉं के महान सपूतों को सम्मान देने का एक सराहनीय प्रयास है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हिमाचल प्रदेश ने गत 75 वर्षों में विकास के सभी क्षेत्रों में सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश के अब तक रहे सभी मुख्यमंत्रियों डॉ. वाई.एस. परमार, राम लाल ठाकुर, शांता कुमार, वीरभद्र सिंह और प्रेम कुमार धूमल का प्रदेश के विकास में बहुमूल्य योगदान रहा है, परन्तु प्रदेश के समग्र विकास का मुख्य श्रेय प्रदेश के मेहनती और ईमानदार लोगों को जाता है। जयराम ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश में गत 75 वर्षों के दौरान विकास के सभी क्षेत्रों में अभूतपूर्व प्रगति की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के गठन के समय केवल चार जिले थे, वर्तमान में प्रदेश में 12 जिले हैं।उन्होंने कहा कि वर्ष 1948 में प्रदेश में साक्षरता दर 4.8 प्रतिशत थी। वर्तमान में साक्षरता दर 83 प्रतिशत से अधिक है। उन्होंने कहा कि हिमाचल जैसे पहाड़ी राज्य के विकास के लिए सड़कें जीवन रेखा के समान है और प्रदेश की सरकारों ने राज्य में सड़क निर्माण को विशेष प्राथमिकता प्रदान की है। उन्होंने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 60 हजार करोड़ रुपये की प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना शुरू की थी और इस योजना के अन्तर्गत लगभग 51 प्रतिशत सड़कें निर्मित की गई हैं। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण ने राज्य के विकास को नए आयाम प्रदान किए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पौने पांच वर्षों के दौरान विकास के मामले में सिरमौर जिले को हमेशा सर्वाेच्च प्राथमिकता दी गई है। उन्होंने कहा कि अब राज्य सरकार जिले के हाटी समुदाय को अनुसूचित जनजाति का दर्जा दिलवाकर इस भावनात्मक मुद्दे के समाधान के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा कि एक अरसे से लंबित इस मांग को केंद्र के आशीर्वाद से जल्द ही पूरा किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने बार-बार सरकार बदलने की परंपरा को खत्म करने तथा हिमाचल में विकास की तेज गति को बरकरार रखने के लिए लोगों से वर्तमान प्रदेश सरकार को भरपूर समर्थन देने का आग्रह भी किया। हिमाचल को एक साथ कई मेडिकल कालेज, एम्स और पीजीआई का सैटेलाइट सेंटर स्वीकृत करवाने के लिए जगत प्रकाश नड्डा का धन्यवाद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में हिमाचल प्रदेश ने ऊंचे मुकाम हासिल किए हैं। प्रदेश सरकार ने लोगों को बेहतरीन चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध करवाने के साथ-साथ कोरोना रोधी टीकाकरण में देश भर में प्रथम स्थान हासिल किया है।

इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल, राज्य भाजपा सह-प्रभारी संजय टण्डन, विधायक रीना कश्यप, राज्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता निगम उपाध्यक्ष बलदेव तोमर, खादी बोर्ड के अध्यक्ष पुरुषोत्तम गुलेरिया, राज्य विपणन बोर्ड के अध्यक्ष बलदेव भण्डारी, जिला भाजपा अध्यक्ष विनय गुप्ता, भाजपा मण्डल अध्यक्ष अरविन्द गुप्ता और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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