डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी
आपदा प्रबंधन में उत्कृष्ट कार्य के लिए डीसी मंडी सहित जिला के 5 अधिकारी राज्य स्तर पर सम्मानित होंगे। इसके साथ ही सामाजिक संस्था श्रेणी में राधा स्वामी सत्संग ब्यास मंडी के क्षेत्रीय सचिव को भी पुरस्कृत किया जाएगा। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू 13 अक्तूबर को शिमला में आपदा प्रबंधन-समर्थ अभियान के तहत होने वाले कार्यक्रम में इन सभी को सम्मानित करेंगे। डीसी अरिंदम चौधरी को आपदा के समय में मंडी जिला में उम्दा टीम लीडर के रूप में शानदार कार्य के लिए विशेष रूप से सम्मानित किया जाएगा। सम्मान पाने वालों में डीसी मंडी के अलावा जिला के बालीचौकी उपमंडल के एसडीएम मोहन शर्मा, तहसीलदार नितेश ठाकुर तथा बीडीओ सुरेंद्र ठाकुर, जिला रेडक्रॉस सोसाइटी के सचिव ओपी भाटिया तथा राधा स्वामी सत्संग ब्यास मंडी के क्षेत्रीय सचिव चेत राम कौंडल शामिल हैं।
अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी मंडी डॉ. मदन कुमार ने बताया कि मानसून में भारी बारिश से उत्पन्न आपदा के समय में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशारूप डीसी अरिंदम चौधरी की अगुवाई में जिला के अधिकारियों-कर्मचारियों ने लोगों की सुरक्षा और उन्हें राहत देने के लिए बहुत हिम्मत और जज्बे से काम किया है। सामाजिक संस्थाओं ने भी इसमें बहुत सहयोग किया। अपने कर्तव्य का उत्कृष्टता से पालन करने और आपदा प्रबंधन में बेहतर कार्य के लिए प्रदेश सरकार ऐसे अधिकारियों एवं संस्थाओं को सम्मानित करने जा रही है। इससे जनसुरक्षा के लिए जी-जान से काम करने वालों को और प्रोत्साहन मिलेगा।
प्रशासन की पहल कदमी से जनता को मिला संबल, सरकार और प्रशासनिक तंत्र पर बढ़ा भरोसा :
बता दें, मंडी जिला में मानसून में भीषण बारिश के कारण भारी तबाही हुई थी। कई घर बाढ़ और भूस्खलन की भेंट चढ़ गए, जानमाल की बहुत हानि हुई। ऐसे में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशों के अनुरूप जिला प्रशासन ने प्रभावितों की मदद के लिए तत्परता से काम किया, जिससे जनता को संबल मिला और उनका सरकार और प्रशासनिक तंत्र पर भरोसा बढ़ा। डीसी अरिंदम चौधरी ने उम्दा टीम लीडर के तौर पर शानदार कार्य करते हुए न केवल खुद आपदा प्रभावित क्षेत्रों का अनेक जगह पैदल दौरा किया बल्कि सीएम की घोषणा के अनुरूप लोगों को बड़ी हुई राहत राशि के वितरण में भी फौरी पहल की। वहीं, भीषण बारिश और बाढ़ से बालीचौकी उपमंडल में बहुत विकट परिस्थिति बन गई थी। अनेक जगह रास्ते ध्वस्त हो गए थे, जिससे लोगों तक पहुंचना कठिन हो गया था। ऐसी ही एक घटना में बालीचौकी के खोलानाल में बादल फटने के कारण उस इलाके का बाहरी दुनिया से संपर्क कट गया था। ऐसे समय में मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशों के अनुरूप प्रशासन ने लोगों की सुरक्षा तय बनाने को तत्परता से कार्य किया। सड़क संपर्क न होने की वजह से वहां पहुंचना बेहद कठिन था लेकिन एसडीएम मोहन शर्मा, तहसीलदार नितेश ठाकुर तथा बीडीओ सुरेंद्र ठाकुर ने एनडीआरएफ की टीम के साथ 25 किलोमीटर कठिन पैदल यात्रा कर खोलानाल पहुंच कर 50 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित निकालने तथा उन्हें राहत शिविरों में पहुंचाने के ऑपरेशन को हिम्मत के साथ पूरी सटीकता और सफलता से अंजाम दिया था।
रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव ओपी भाटिया कर रहा महत्वपूर्ण रोल :
वहीं, जिला रेडक्रॉस सोसाइटी मंडी ने आपदा के समय में राहत शिविरों में भोजन तथा स्वास्थ्य व्यवस्था के प्रबंध के साथ साथ जिले में प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री वितरित कर बड़े पैमाने पर लोगों की मदद की। इसमें सचिव ओपी भाटिया का बड़ा महत्वपूर्ण रोल रहा। आपदा की घड़ी में राधा स्वामी सत्संग ब्यास संस्था ने जिला प्रशासन को पूरा सहयोग प्रदान किया। संस्था द्वारा जहां प्रभावित लोगों के लिए नगवांई में अपने भवन में ठहरने व खाने की सुविधा उपलब्ध करवाई गई, वहीं अनेक राहत शिविरों में खाना भी उपलब्ध करवाया गया।