मंडी/करसोग (रश्मिराज भारद्वाज) : मंडी जिला के थुनाग में 5 स्कूली छात्र खड्ड में अचानक आए पानी के तेज बहाव में बहने से बाल बाल बच गए हैं। इस दौरान एक महिला ने जान की परवाह किए बिना 5 जिंदगियों को बचा लिया। इस प्रयास में सभी को चोटें आई है और उन्हें उपचार के लिए सिविल अस्पताल करसोग लाया गया है।
जानकारी के अनुसार शनिवार को करसोग से करीब 4 किलोमीटर की दूरी पर थुनाग के शंकरदेहरा के दरली नामक स्थान के समीप स्कूल से छुट्टी होने के बाद घर लौट रहे 5 छात्र खड्ड में आए पानी के तेज बहाव की चपेट में आ गए जिस समय छात्र स्कूल से घर लौट रहे थे उस दौरान भारी बारिश हो रही थी। ऐसे में बारिश से बचने के लिए छात्रों ने इमला खड्ड के साथ बने टीन के शेड का सहारा लिया, लेकिन भारी बारिश के कारण खड्ड में जलस्तर बढ़ गया और टीन के शेड में बारिश से बचने के लिए रुके छात्रों को अपनी चपेट में ले लिया। गनीमत ये रही कि उसी समय चंपा देवी पत्नी इन्द्र सिंह अपने दो बच्चों को लेने आ रही थी। जैसे ही चंपा देवी ने खड्ड के पानी का तेज बहाव शेड की तरफ आते हुए देखा उसने जान की परवाह किए बगैर छात्रों को पानी के तेज बहाव के साथ बहने से बचा लिया। इस दौरान सभी को चोटें आई है। जिन्हें उपचार के लिए करसोग अस्पताल लाया गया है।
घायलों में पूनम उम्र 15 साल पुत्री लाल सिंह गांव सेरी तहसील थुनाग, मानवी ठाकुर उम्र 11 साल पुत्री लाल सिंह, गांव सेरी तहसील थुनाग, मधु उम्र 10 साल पुत्री इंद्र सिंह गांव सेरी तहसील थुनाग, रितेश उम्र 7 साल पुत्र इंद्र सिंह गांव सेरी तहसील थुनाग, चंपा देवी उम्र 33 साल पत्नी इंद्र सिंह गांव सेरी तहसील थुनाग व रवि कांत उम्र 19 साल पुत्र टेक चंद गांव नागी नाला तहसील थुनाग शामिल है। सूचना मिलते ही तहसीलदार करसोग राजेंद्र ठाकुर ने सिविल अस्पताल पहुंच कर घायलों को 4-4 हजार की फौरी राहत जारी कर दी है।
वही मामले की सूचना मिलते ही करसोग विधानसभा क्षेत्र के विधायक हीरालाल ने भी अस्पताल पहुंचकर घायल बच्चों का हालचाल जाना और प्रशासन और सरकार की ओर से हर संभव मदद देने की बात कही।