मंडी, 17 अगस्त (DHN24×7 NEWS) : मंडी जिला के उपमंडल बल्ह की ग्राम पंचायत बैरकोट के गांव लेदा निवासी 99 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी डा. राजेंद्र लाल शर्मा को स्वतंत्रता दिवस पर सम्मानित नहीं करने के मामले में अब नया मोड़ आ गया है। मीडिया में मामला आने से फजीहत होने के बाद स्थानीय पंचायत प्रतिनिधि आनन-फानन में मंगलवार को उनके घर उन्हें सम्मानित करने पहुंच गया। पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा स्वतंत्रता सेनानी डॉ राजेंद्र लाल शर्मा को शाल व टोपी पहना कर स्वतंत्रता दिवस के एक दिन बाद सम्मानित कर अपनी झूठी पीठ थपथपाई जा रही है। लेकिन इस प्रकार से पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा स्वतंत्रता दिवस के एक दिन बाद मीडिया में मामला आने पर आनन फानन में स्वतंत्रता सेनानी को सम्मानित कर एक बार फिर उनके सम्मान को ठेस पहुंचाई गई है।
जानकारी देते हुए स्वतंत्रता सेनानी डॉ. राजेंद्र लाल शर्मा के बेटे आदित्य मोहन ने कहा कि बीते रोज जब वह काम के सिलसिले में घर से बाहर गए हुए थे तो स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों ने उनके पिता को घर आकर सम्मानित किया गया। पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा 15 अगस्त को बारिश होने के कारण उनके घर नहीं आने का कारण बताया गया। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा चुपचाप घर आकर उनके स्वतंत्रता सेनानी पिता को सम्मानित किया गया और उन्हें फोन पर भी जानकारी नहीं दी गई। आदित्य मोहन ने पंचायत प्रतिनिधियों पर आरोप लगाते हुए कहा कि उनके पिता पूरी तरस से ना ही देख तथा ना ही सुन सकते हैं और भविष्य में कभी भी कुछ भी करवा सकते हैं।
वही स्वतंत्रता सेनानी के दूसरे बेटे उदय शंकर ने कहा कि जब वह शाम 5 बजे अपने काम से घर लौटे तो पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा उनके स्वतंत्रता सेनानी पिता को सम्मानित करने की जानकारी मिली। उन्होंने कहा कि पंचायत प्रतिनिधि द्वारा पहले उनके पिता को सम्मानित करने के बाद चले गए थे लेकिन कुछ ही देर बाद वापस आकर उन्होंने उनके पिताजी का एक वीडियो बनाया। उदय शंकर ने कहा कि पंचायत प्रतिनिधियों द्वारा इस प्रकार से 15 अगस्त को सम्मानित करने के बजाए 16 अगस्त को उनके घर आकर उनके पिता को सम्मानित किया गया।
मामले पर एसडीएम बल्ह स्मृतिका नेगी ने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी डॉ. राजेंद्र लाल शर्मा प्रशासन द्वारा दी जा रही सुविधाओं से खुश हैं। उन्होंने कहा कि स्वतंत्रता सेनानी को पंचायत प्रतिनिधि द्वारा सम्मानित किया गया है।
आखिर क्या है मामला :
बता दें कि उपमंडल बल्ह के एकमात्र 99 वर्षीय स्वतंत्रता सेनानी गांव लेदा निवासी डॉ. राजेंद्र लाल शर्मा को मंडी प्रशासन स्वतंत्रता दिवस के कार्यक्रम का न्योता देना ही भूल गया था। मंडी जिला का जिलास्तरीय स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम कैबिनेट मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर की अध्यक्षता में उपमंडल बल्ह के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला भंगरोटू में आयोजित किया गया था। लेकिन मात्र 15 वर्ष की छोटी आयु में अंग्रेजों के अधीन हैदराबाद के निजाम की जेल में 7 महीने की कैद के साथ काल-कोठरी की कड़ी यातनाओं से गुजरने वाले और वर्ष 1942 के ‘भारत छोड़ो आंदोलन’ में भाग ले चुके इस स्वतंत्रता सेनानी को सम्मानित करना तो दूर उनके घर पर प्रशासन एक तिरंगा झंडा तक नहीं लग पाया था। वहीं अपने सामाजिक दायित्व का निर्वहन करते हुए वरिष्ठ नागरिक मंच सिकंदराधार के अध्यक्ष कांशीराम गुलेरिया और सचिव मेहर चंद द्वारा डॉ. राजेंद्र लाल शर्मा को स्वतंत्रता दिवस पर उनके घर में सम्मानित किया गया था।