डेली हिमाचल न्यूज़ : 07 जुलाई – मंडी
धार्मिक पर्यटन स्थल पराशर के सुक्कासर में अवैध रूप से बनाई गई तथाकथित मस्जिद का वीडियो पिछले दिनों से सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में यह बताया गया है कि यहां पर मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा अवैध रूप से मस्जिद का निर्माण किया जा रहा है। इस वायरल वीडियो को गूगल मैप के माध्यम से जोड़ा गया है, जिसमें पराशर के सुक्कासर में मस्जिद बताई जा रही है। इस वीडियो के वायरल होने के बाद विश्व हिंदू परिषद सहित देव समाज के लोगों ने भी इसका विरोध किया और इस पूरे मामले पर संदेहास्पद तरीक़े से कई सवाल भी उठाए। वहीं जब प्रशासन तक अवैध निर्माण का मामला डीसी के दरबार पहुंचा तो उन्होंने वीरवार को राजस्व, वन और पुलिस विभाग की टीमों को मौके पर भेजा। टीम ने मौके पर पाया कि यहां पर अवैध रूप से निर्माण तो जरूर किया गया है। लेकिन विभाग की टीम को यहां पर किसी भी प्रकार की मस्जिद का होना नहीं पाया गया है। एएसपी मंडी सागर चंद्र ने बताया कि सोशल मीडिया पर जिसे मस्जिद बतायबज रहा है अवैध रूप से निर्मित किया गया घास का कोठा यानी दड़बा है जिसे यहां पर रह रहे गुर्जरों ने स्वयं ही तोड़ दिया है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सागर चंद्र ने बताया कि अवैध रूप से कोठे की शिकायत वन विभाग के पास पहुंची थी। जिसके बाद वीरवार को इस कोठे यानि दड़बे को तोड़ दिया गया है। उन्होंने कहा कि यहां पर किसी भी प्रकार का मस्जिद का निर्माण नहीं किया गया था। राजस्व विभाग ने कुछ दिन पहले यहां पर पैमाइश की थी जिसके बाद कुछ लोगों द्वारा यहां पर मस्जिद बनाने की अफवाह फैलाई गई है।
उधर उपायुक्त मंडी अरिंदम चौधरी ने बताया कि छानबीन में चरागाह में बने दड़बे में मस्जिद संचालन का कोई भी सुराग नहीं मिला है। उन्होंने बताया कि 3 दिन पीछे प्रशासन को इस शिकायत को लेकर एक अपुष्ट वीडियो प्राप्त हुआ था। जिस पर राजस्व विभाग को मामले की वस्तुस्थिति की पड़ताल के निर्देश दिए गए थे। राजस्व विभाग से प्राप्त रिपोर्ट के मुताबिक दड़बे में मस्जिद संचालन की शिकायत सही नहीं पाई गयी है। जांच में पाया गया कि उक्त दड़बा राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज नहीं है। वन विभाग को इसकी जानकारी दे दी गयी है, जिसपर आगे वन विभाग द्वारा कार्रवाई की गई है।