मंडी : हिमाचल प्रदेश में मानसून की बौछारों के बीच चिंताजनक रुप से कोरोना भी लौट आया है। कोरोना संक्रमण एक बार फिर बड़ी तेज रफ्तार से अपने पैर पसारता ही जा रहा है। बीते कुछ महीनों से वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव को लेकर सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क के नियमों को भूलने का खामियाजा अब नए संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ने से चुकाना पड़ रहा है। वहीं मंडी जिला में भी कोरोना संक्रमण हर आयु वर्ग के लोगों को अपनी चपेट में लेता जा रहा है। मंडी जिला में वीरवार को कोरोना के 21 नए मामले आए हैं। मंडी जिला में मात्र 124 सेंप्ल्स की जांच में 21 नए केस का ट्रेस होना कोविड-19 की रफ्तार की ओर एक स्पष्ट संकेत दे रहा है। रैट के 95 सेंप्ल्स की जांच में 18 और आरटीपीसीआर के 29 सेंप्ल्स जांचने पर 3 नए केस दर्ज किए गए हैं। इस वर्ष 27 मई को मंडी जिला में एक भी नया कोरोना का नया मामला सामने नहीं आने पर 2 वर्षों उपरांत पहली बार जिला कोविड फ्री हुआ था। लेकिन इससे विपरीत कुछ ही दिनों में कोरोना के सक्रिय मामलें बढ़कर 79 हो गए हैं। जहां अभी कोरोना की नाम मात्र की सेंपलिंग हो रही है, सेंपलिंग बढ़ने पर कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी दर्ज हो सकती है। कोरोना के बढ़ते मामलों ने जहां स्वास्थ्य महकमे को चिंता में डाल दिया है तो वहीं आम जनता अपने स्वास्थ्य को लेकर चिंतित नजर आ रही है। मंडी जिला में 124 लोगों ने वीरवार को कोविड-19 परीक्षण कराया है, जिसमें 21 पाजिटिव केस मिले हैं। श्री लाल बहादुर शास्त्री मेडिकल कालेज नेरचौक में कोरोना से संक्रमित सात साल की एक बालिका और सात साल के ही बालक का उपचार चल रहा है। केस बढ़ना चिंता का विषय है।