डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – ब्यूरो
सरकार! बेहतर होता कि पैसों से पहले जमीन दे देते, अब आप ही बताओ की हम घर कहां बनाएं। यह दर्द बयां किया उन प्रभावितों ने जो मंडी में सरकार की तरफ से आयोजित पुनर्वास कार्यक्रम में राहत राशि की पहली किश्त लेने पहुंचे हुए थे। बालीचौकी उपमंडल के दुनी चंद और पधर उपमंडल के जय सिंह सहित अन्य प्रभावितों ने बताया कि उनके पास घर बनाने के लिए जमीन ही नहीं बची है। सारी जमीन आपदा की भेंट चढ़ गई है। सरकार ने आपदा राहत के तहत राशि में जो बढ़ोतरी की है वो एक सराहनीय कदम है और इसके लिए हम सरकार का आभार जताते हैं। लेकिन बेहतर होता कि सरकार पैसों से पहले जमीन दे देती। जब जमीन ही नहीं बची है तो फिर दिए गए पैसों से घर कहां पर बनाएंगे। सरकार से निवेदन है कि जल्द से जल्द जमीन उपलब्ध करवाई जाए ताकि जो राशि दी गई है उसे गृह निर्माण पर खर्च करके घरौंदा बना सकें। अभी हम दूसरों के पास रहने को मजबूर हैं।
सीएम बोले- अधिकारियों को दे दिए गए हैं जमीन तलाशने के निर्देश :
वहीं, जब इस बारे में सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस संदर्भ में सभी अधिकारियों को जमीन तलाशने के निर्देश दे दिए गए हैं। जल्द ही सभी प्रभावितों को जमीन आबंटित कर दी जाएगी। सरकार ने प्रभावितों के साथ जो वायदे किए हैं उन्हें सरकार पूरा कर रही है। राहत राशि में पहली बार इतनी ज्यादा बढ़ोतरी की गई है। जमीन भी जल्द ही उपलब्ध करवाई जाएगी। सरकार प्रभावितों के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव सुविधा देने का प्रयास कर रही है।
अधिकतर प्रभावितो के पास घर बनाने के लिए नहीं बची है जमीन :
बता दें कि आपदा के कारण अधिकतर प्रभावित ऐसे हैं जिनके पास घर बनाने के लिए जमीन ही नहीं बची है। यह लोग सरकार के पास जमीन को लेकर टकटकी लगाए बैठे हैं। जब तक इन्हें जमीन नहीं मिलेगी तब तक यह दूसरों के पास या फिर किराए के कमरों में ही गुजारा करने को मजबूर रहेंगे।