
डेली हिमाचल न्यूज़ – मंडी-सुंदरनगर : समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केंद्र (CRC) सुंदरनगर में आज भारतीय सांकेतिक भाषा (ISL) दिवस बड़े उत्साह और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। यह आयोजन दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, भारत सरकार की जागरूकता सृजन एवं प्रचार-प्रसार योजना के अंतर्गत किया गया, जिसमें छात्रों और स्टाफ ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। यह कार्यक्रम भारतीय सांकेतिक भाषा में प्रस्तुत किया गया, जिससे इसकी महत्ता और व्यापकता को जनमानस तक पहुंचाने का संदेश दिया गया। गीत, नृत्य और नाट्य प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया। छात्र-छात्राओं ने भी पूरे जोश और आत्मविश्वास के साथ भाग लिया। लगभग 200 प्रतिभागियों ने इस ऐतिहासिक अवसर को साक्षी बनाया।
इस अवसर पर विशेष शिक्षा विभाग के अध्यक्ष मनजीत सिंह सैनी ने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि सांकेतिक भाषा के संदेश को समाज तक पहुँचाना अत्यंत आवश्यक है। विशेष वक्ता हिमानी बेक्टा एवं कार्तिक सैनी ने “सांकेतिक भाषा अधिकार, जागरूकता एवं समावेशिता” विषय पर विचार साझा किए, जो इस दिवस की थीम रही। जागरूकता सृजन एवं प्रचार-प्रसार योजना के समन्वयक डॉ. प्रियदर्शी मिश्र ने दिव्यांगता से जुड़े मुद्दों पर समाज में जागरूकता की आवश्यकता पर बल दिया।

CRC सुंदरनगर के प्रभारी अधिकारी डॉ. राकेश कुमार अवस्थी ने अपने संबोधन में सांकेतिक भाषा को समावेशी समाज की नींव बताया। इसके साथ ही क्लिनिकल/रिहैबिलिटेशन साइकोलॉजिस्ट शुभम मिश्रा ने कार्यक्रम का संचालन किया और उपस्थितजनों से मूलभूत सांकेतिक भाषा सीखने का आग्रह किया।
यह कार्यक्रम केवल सांस्कृतिक दृष्टि से समृद्ध नहीं रहा, बल्कि यह समावेशिता, भाषा अधिकारों और दिव्यांगजन सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुआ।

Author: Daily Himachal News
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