ऊना : ऊना जिला के छोटे से गांव लमलेहड़ा से जीवन का सफर शुरू करके हिमाचल के विधुत विभाग में चीफ इंजीनियर के पद, जो कि एक इंजीनियर के जीवन का सबसे ऊंचा पद है, तक पहुंचने वाले बेटे राम पाल शर्मा का सरकारी सेवा से सेवानिवृत्त होकर गांव लौटने पर गांववासियों ने भव्य स्वागत किया । इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में राज्य वित्त आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती, जिलापरिषद अध्यक्षा नीलम कुमारी, ऊना भाजपा मंडल के अध्यक्ष हरपाल सिंह गोगी , खादी बोर्ड के निदेशक सागर दत्त भारद्वाज विशेष रूप से उपस्थित रहे। इस मौके पर ग्राम पंचायत प्रधान नेहा रानी, उप प्रधान ममता देवी, पूर्व प्रधान राहुल देव शर्मा के नेतृत्व में ग्राम पंचायत सदस्यों सहित सैकड़ों ग्रामीणों ने सेवानिवृत्त चीफ इंजीनियर रामपाल शर्मा का ढोल नगाड़ों से भव्य स्वागत किया। इस मौके पर आयोजित कार्यक्रम में हिमाचल प्रदेश सरकार के छठे वेतन आयोग के अध्यक्ष सतपाल सिंह सत्ती ने रामपाल शर्मा को शाल और हिमाचली टोपी पहनाकर सम्मानित किया। इस मौके पर रामपाल शर्मा ने अपने जीवन के सफर के बारे में बताते हुए कहा कि उन्हें अपनी जन्मभूमि गांव लमलेहड़ा की मिट्टी और गांव लमलेहड़ा के सभी लोगों पर गर्व है। उन्होंने कहा कि लमलेहड़ा गांव की इस मिट्टी में यहां वाह पलकर बढ़े हुए वहीं इस गांव के बजूर्गों के आशीर्वाद से वह इस मुकाम तक पहुंचे हैं। इस मौके पर उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि बेशक इस मुकाम तक पहुँचाने में उनके बजुर्गों व शिक्षकों का अहम रोल रहा है लेकिन वह अपने गुरु स्वर्गीय श्री ज्ञान स्वरूप शर्मा के योगदान को सबसे महत्वपूर्ण और अविस्मरणीय मानते हैं जिन्होंने उन्हें विशेष समय देकर तराशा और इस पद तक पहुंचने के काबिल बनाया।
रामपाल शर्मा ने अपने सम्बोधन के दौरान अपने अब तक के जीवन काल की कई घटनाओं को याद करके वह कई बार भावुक भी हुए। उन्होंने कहा भगवान का शुक्र है कि वह अपने पूरे सेवा काल मे अपने आदर्श के अनुसार ईमानदारी से सेवा करने में सफल रहे। इस अवसर सतपाल सत्ती ने अपने सम्बोधन में कहा कि रामपाल शर्मा ने विधुत विभाग में चीफ इंजीनियर के पद तक पहुंचकर गांव लमलेहड़ा सहित ऊना ज़िला का नाम रोशन किया है। सत्ती ने कहा कि उन्हें भी रामपाल शर्मा पर क्षेत्र का प्रतिनिधि होने के नाते गर्व है। सत्ती ने कहा गांव की प्रतिभाओं के इस तरह सम्मानित करने से आने वाली पीढ़ी को प्रेरणा मिलती है. इस मौके पर राम पाल शर्मा के साथ उनकी धर्मपत्नी बीना शर्मा सहित उनकी माता रामाआसरी देवी, दोनों बड़े भाई श्याम लाल और रामकुमार के पारिवारिक सदस्य भी विशेष रूप से उपस्थित रहे।