डेली हिमाचल न्यूज़ : ऊना -हरोली – अपनी मां स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री की अधूरी इच्छा को संकल्प बनाकर उनकी बेटी डाॅ. आस्था अग्निहोत्री अपने पिता उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री के साथ माता चिंतपूर्णी का आशीर्वाद लेने के लिए अपने गांव गोंदपुर जयचंद से पैदल यात्रा पर निकल गई हैं। शुक्रवार को उन्होंने गोंदपुर जयचंद में अपने निवास से सुबह लगभग 8 बजे चिंतपूर्णी मंदिर के लिए पैदल यात्रा आरंभ की और देखते ही देखते कई लोग उनके साथ हो लिए। गौरतलब है कि स्वर्गीय प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री माता चिंतपूर्णी की अनन्य भक्त थीं। अपने पति की हर चुनावी जीत के बाद वह अपने घर से पैदल माता के मंदिर में माथा टेकने जाती थीं। इसी आस्था के साथ ही उन्होंने 12 फरवरी को अपने घर पर माता चिंतपूर्णी का जगराता भी रखा था लेकिन भाग्य को कुछ और ही मंजूर था। जगराते से 2 दिन पहले ही प्रो. सिम्मी का अकस्मात निधन हो गया। उनकी अधूरी इच्छा को अपनी प्रेरणा बनाकर उनकी बेटी डाॅ. आस्था अपने पिता के साथ पैदल यात्रा पर निकली हैं। डाॅ. आस्था और मुकेश अग्निहोत्री के साथ चलने वालों की संख्या हर बीतते पड़ाव के साथ बढ़ती चली गई। हरोली सहित ऊना जिले के विभिन्न क्षेत्रों से हर वर्ग के लोग यात्रा में शामिल होते दिखे। यात्रा जहां से भी गुजरी पड़ाव दर पड़ाव कारवां बढ़ता चला गया। पूर्व मंत्री कुलदीप कुमार व पूर्व विधायक राकेश कालिया सहित राजनीतिक जगत के साथ-साथ सामाजिक क्षेत्र के हर वर्ग के लोग भी इस यात्रा में शामिल हुए।
इन भावुक क्षणों में डाॅ. आस्था अग्निहोत्री ने अपने भाव व्यक्त करते हुए कहा कि उनकी मां प्रो. सिम्मी अग्निहोत्री खुशी-खुशी माता के दरबार पैदल यात्रा करती थीं लेकिन वह इस समय गम में यात्रा कर रहे हैं। उनकी इच्छा थी कि घर में माता का जगराता हो और सभी को माता का आशीर्वाद मिले लेकिन उनकी वह इच्छा अधूरी रह गई। वह उसी अधूरी इच्छा को पूरा करने और सभी के लिए माता का आशीर्वाद लेने के लिए जा रहे हैं। उन्होंने सहयोगी बन यात्रा में जुड़े प्रत्येक व्यक्ति का आभार व्यक्त किया।
पैदल यात्रा गोंदपुर बुल्ला, भड़ियारा, दुलैहड़ , हीरानगर, हीरा, हलेड़ा, पुबोवाल, ठाकरां, पालकवाह, भदौड़ी, हरोली, समनाल, रोड़ा, सैंसोवाल, धर्मपुर, कांगड़, बढेड़ा, सलोह, घालूवाल, भदसाली, ईसपुर, पंडोगा होते गांव खड्ड पहुंची। खड्ड गांव में रात्रि ठहराव के बाद शनिवार को यात्रा यहां से आगे बढ़ेगी।