डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – सुंदरनगर : वर्ष 1985 में सियाचिन में पाकिस्तान के साथ हुए युद्ध के दौरान शुरू किए आपरेशन मेघदूत में बलिदानी हुए सुंदरनगर उपमंडल के महादेव निवासी सिपाही देवी राम को सेना ने सम्मान से नवाजा है। आपरेशन मेघदूत में देश के लिए बलिदान हुए जवानों के लिए सेना ने सियाचिन में उनके सम्मान में वार मेमोरियल बनाने के साथ सभी बलिदानियों के परिवारों को उनकी देशसेवा को दर्शाते प्रमाणपत्र भी प्रदान किए हैं। शुक्रवार को 102 इंफेंट्री ब्रिगेड से बलिदान सिपाही देवी राम के घर पहुंचे हवलदार के चिंचियाह और हवलदार एसएस जाधव ने उनकी पत्नी कमला देवी और पुत्रवधु सरोज को यह सम्मान सौंपा।
बलदानी देवी राम के पुत्र हरीराम ने बताया कि उनके पिता 1983 में सेना में भर्ती हुए थे। डोगरा रेजीमेंट सेंटर फैजाबाद में कड़े प्रशिक्षण के बाद उन्होंने 4-डोगरा में उनकी पोस्टिंग हुई थी। 1985 में पाकिस्तान ने सियाचिन युद्ध छेड़ दिया। जिसका जवाब देने के लिए भारत ने आपरेशन मेघदूत शुरू किया और पाकिस्तान को चारों खाने चित्त कर दिया। आपरेशन मेघदूत में पाकिस्तानियों के छक्के छुड़ाते समय सिपाही देवी राम ने अपने प्राणों का बलिदान देश के लिए दिया। इससे पहले 1999 में कारगिल युद्ध में विजय के बाद भी सेना द्वारा उन्हें प्रमाणपत्र देकर सम्मानित किया गया था।