
डेली हिमाचल न्यूज़ – मंडी – पंडोह, (विशाल वर्मा) : चंडीगढ़-मनाली फोरलेन निर्माण में लगी एफकोन्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड की टीम ने मंगलवार रात मानवता की ऐसी मिसाल पेश की, जिसे याद कर लोग आज भी शुक्रगुजार हैं। मंगलवार रात करीब 2:00 बजे, जब लोग भूख-प्यास से परेशान होकर सुरंगों में फंसे थे, उस वक्त एफकोन्स के इंजीनियर विश्वा शर्मा अपनी टीम के साथ राहत का सामान लेकर खुद मौके पर पहुंचे और यात्रियों को खाद्य सामग्री व पानी बांटा। शाम लगभग 7 बजे दवाड़ा फ्लाईओवर के नीचे तेल टैंकर पर पहाड़ से चट्टानें गिरने के कारण ट्रैफिक रोकना पड़ा था। सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मंडी से आ रही गाड़ियो दवाडा और हनोगी टनल में ही रोक दिया गया और कुल्लू की तरफ से आ रही गाड़ियों को ओट और पनारसा फोरलेन पर रोका गया। इस दौरान लगभग 150 गाड़ियां और 500 से अधिक लोग सुरंगों में फंसे रहे, जिनके पास न तो पीने का पानी था और न ही खाने का कोई इंतजाम।
रात के अंधेरे में पहुंची उम्मीद की रौशनी :

पंडोह बायपास टकोली फोरलेन में कार्यरत एफकोन्स इंफ्रास्ट्रक्चर लिमिटेड कम्पनी के इंजीनियर विश्वा शर्मा नें बताया कि उनकी कम्पनी के प्रोजेक्ट मैनेजर विनोद ठाकुर और एच आर हेड ज्ञान चन्द के आदेशों पर यह कार्य शुरू किया गया। उनकी टीम ने गाड़ी में 30 लीटर अमूल दूध, 150 बिस्किट, 150 नमकीन, 100 क्रीम रोल, 100 चिप्स और 10 लीटर ताजा दूध और 100 पानी की बोतल डालकर खुद गाड़ी से सुरंगों में जाकर लोगों में राहत सामग्री बांटी। विशेष तौर पर छोटे बच्चों के लिए दूध उपलब्ध करवाया गया जो भूख और रोने से बेहाल थे।
विश्वा शर्मा नें बताया कि जैसे ही उन्हें पता चला कि टनल में लोग फंसे हैं, इंतजाम शुरू कर दिया। छोटे बच्चों को दूध नहीं मिल रहा था और वो रो रहे थे, तो दिल नहीं माना। टीम ने जो भी संभव था, वो किया। ये एफकोन्स परिवार की एकजुटता का नतीजा है। विश्वा शर्मा नें कहा कि मदद में जुटी टीम में फोरमैन से लेकर मज़दूर तक सभी आगे आए।इस सेवा में उनके साथ फोरमैन कर्म सिंह, नरेन्द्र, संजू, सुनील, राज कुमार और धालू राम भी शामिल थे, जिन्होंने कंधे से कंधा मिलाकर राहत कार्य किया। भूखे पेट और अंधेरे में बैठी भीड़ के लिए ये टीम किसी फरिश्ते से कम नहीं थी। मदद पाने वाले यात्रियों ने नम आंखों से शुक्रिया अदा किया और कहा कि “आज इंसानियत जिंदा देखी है।

Author: Daily Himachal News
