
डेली हिमाचल न्यूज़ – मंडी-पंडोह (विशाल वर्मा) : बीती रात हुई भारी बारिश ने पड़ोह क्षेत्र के हाइवे के साथ बसे लोअर 9 मील में दहशत का माहौल पैदा कर दिया। जागर नाले में आए उफान के कारण रात 10 बजे चंडीगढ़-मनाली नेशनल हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया। नाले से उफनता पानी और विशाल बोल्डर हाईवे पर आ गए और एक बार फिर हाइवे के निचे बना पानी का कलवर्ट बंद हो गया। जिससे पानी का बहाव मुड़कर लोअर 9 मील की ओर हो गया। इस अचानक बदले घटनाक्रम से लोअर 9 मील में बसे 13 परिवारों ने पूरी रात भय के साए में काटी। 9 मील निवासी सूरत राम ने बताया की 2023 से ही इस नाले की ये स्थिति बनी हुई है इन्होंने कई बार एनएचएआई और कम्पनी प्रबंधन को बोला पर किसी नें एक नही सुनी। इन्होने डीसी मंडी से अपील की है कि जागर नाले में मौजूद बड़े पत्थर को जल्द से जल्द तोड़ा जाए ताकि नाले का बहाव अवरुद्ध न हो। इसके साथ ही लोगों ने यह भी मांग की कि नाले पर बनी सड़क की पुलिया को पूरी तरह से साफ किया जाए, जिससे पानी बिना रुकावट अपने प्राकृतिक मार्ग से बह सके।
एनएचएआई और निर्माण कंपनी पर लापरवाही के आरोप :

स्थानीय लोगों का कहना है कि एनएचएआई और निर्माण कार्य कर रही कंपनी इस स्थान पर कोई स्थायी समाधान नहीं कर रही है। मौके पर न तो पर्याप्त मशीनरी रहती है और न ही आपदा की स्थिति में तत्काल राहत कार्य शुरू हो पाता है। यही कारण है कि हर बार बारिश में यह क्षेत्र खतरे की जद में आ जाता है।
करीब 11 बजे के आसपास मार्ग को अस्थायी रूप से बहाल किया गया, जिसके बाद कुछ हद तक लोगों ने राहत की सांस ली। लेकिन गांव के लोगों का डर अब भी कायम है, क्योंकि हर बारिश के साथ यह खतरा फिर सिर उठाने लगता है। गांववासियों ने प्रशासन से मांग की है कि इस संवेदनशील क्षेत्र में स्थायी समाधान किया जाए, नाले की उचित सफाई और बोल्डर हटाने के लिए जरूरी मशीनरी तैनात की जाए, ताकि भविष्य में ऐसे हालात से बचा जा सके।

Author: Daily Himachal News
