मंडी-पंडोह के बीच फोरलेन बना मौत का कुआं, कंपनी की लापरवाही पड़ सकती है भारी…!!!

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डेली हिमाचल न्यूज़ : पंडोह – विशाल वर्मा

मंडी से पंडोह के बीच फोरलेन का निर्माण कर रही केएमसी कंपनी पूरी लापरवाही के साथ काम करती हुई नजर आ रही है। आए दिन लेंडस्लाइड के कारण 6 मिल के पास रास्ता बंद रहता है। 6 मिल के पास स्थिति अब काफी भयानक बन चुकी है। बड़ी बड़ी चटाने गिर रही है। कभी भी पहाड़ से पत्थर गिरने लगते है। जबकि इस कार्य को करने के लिए कई बार ट्रैफिक जाम हो चुका है। पुलिस विभाग भी मौके पर तैनात रहता है पर पुलिस विभाग भी कंपनी इस इस रवेये से काफी परेशान है। लगभग 20 दिन हो चुके है कंपनी से डबल लेन ट्रैफिक अभी तक बहाल नहीं हो पाया है। लैंडस्लाइड जब भी होता है कंपनी प्रबंधन की मशीनरी मौके पर मौजूद नही रहती। मलबा हटाने के लिए भी ठेकेदार की ही मशीनरी लगाई जाती है। कुछ दिन पहले जब स्लाइड काफी ज्यादा आ गया था तो कंपनी ने अपना एक बड़ा लोडर इस जगह पर लगाया था पर वो भी मलबे की चपेट में आ गया था और उसका ऑपरेटर भी बाल बाल बचा था। लोडर को भी कंपनी अभी तक ठीक नही कर पाई है। सिर्फ एक जेसीबी मौके पर रखी है जो की बड़े पत्थरों को हटाने में नाकाम रहती है। कंपनी का यह ढुलमुल रवैया लोगो के लिए परेशानी का सबब बन गया है।

कंपनी की लापरवाही से जनता परेशान : पूर्व प्रधान टेक सिंह

पूर्व प्रधान टेक सिंह ने बताया की कंपनी की इस लापरवाही से लोग बहुत परेशान है। स्कूली बच्चे , सरकारी कर्मचारी और कई लोग इस रास्ते से रोज आते जाते हैं। जब तक घर न पहुंचे डर लगा रहता है की कब किस जगह से पत्थर आ गिरे। टेक सिंह ने कहा है की पंडोह से मनाली फोरलेन का कार्य लगभग पूरा होने वाला है और नेरचौक से कीरतपुर फोरलेन का कार्य भी लगभग पूरा हो चुका है। यह मंडी-पंडोह फोरलेन का कार्य भी इन्ही के साथ शुरू हुआ था जो आज तक पूरा नही हुआ है बल्कि अब यह मार्ग मौत का कुआं बन कर रह गया है।आए दिन यहां पर लेंडस्लाइड हो रहे है। इन्होंने केंद्र सरकार व राज्य सरकार से आग्रह किया है की अब यह रास्ता खतरनाक बन चुका है यहां पर फोरलेन न बनाकर एक सुरंग और एक ओपन रोड बनाया जाए और इसका ठेका इस कंपनी से हटाकर किसी और बेहतर कंपनी को दिया जाए।

प्रोजेक्ट डायरेक्टर बोले – काफी खतरनाक हो चुका है रास्ता :

जब इस बारे एनएचएआई के प्रॉजेक्ट डायरेक्टर वरुण चारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया की 6 मिल के पास लैंडस्लाइड काफी बड़ा है और वो जगह बरसात के कारण काफी खतरनाक बन चुकी है। जब तक बारिश का सीजन है तब तक इसे सिंगल लेन ही खोला जायेगा। अगर इसे इस समय डबल लेन करने की कोशिश की गई तो यह दुबारा कही और स्लाइड न हो जाए।

कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर राजशेखर ने नहीं उठाया फोन :

कंपनी के अधिकारी प्रोजेक्ट मैनेजर राज शेखर ने फोन नही उठाया और कंपनी के जरनल मेनेजर एसएम नायडू ने कहा की इस बारे प्रोजेक्ट मैनेजर की कुछ सपष्टिकरण दे सकते है।

बता दे की पत्रकारों द्वारा जब भी इस विषय को लेकर कंपनी प्रबंधन से बात करनी चाही तो उन्होंने हमेशा ही बात करने से मना किया और एक दूसरे पर पल्ला झाड़ा है। कंपनी ने तीन तीन मेनेजर इस प्रोजेक्ट में रखे हैं। तीनो इस बात पर कुछ भी कहने से मना करते है।

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