डेली हिमाचल न्यूज़ : सुंदरनगर
मुख्य संसदीय सचिव आशीष बुटेल ने कहा की राजकीय संस्कृति महाविद्यालय सुंदरनगर हमारी संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। सन 1923 में संस्कृत भाषा और संस्कृति को संजोने के लिए स्कूल के तौर पर शुरू हुआ इस महाविद्यालय का सफर अपने में बहुत उपलब्धियां समेटे हुए है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी संस्कृति को भी बचाना है और साथ में आधुनिक युग के साथ भी चलना है। यह महाविद्यालय दोनों काम कर रहा है। उन्होंने बताया कि आने वाले समय में इस महाविद्यालय को और आगे बढ़ाया जाएगा। इस महाविद्यालय की सभी जरूरतों को पूरा किया जाएगा। बुटेल राजकीय संस्कृत महाविद्यालय सुंदरनगर के शताब्दी महोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि उपस्थित हुए थे। आशीष बुटेल ने कहा कि पूरे प्रदेश में 8 संस्कृत कॉलेज स्थापित है। इस तरह के संस्थानों को बचाना उन्हें संरक्षण देना हम सब का दायित्व है। हमारे युवा हमारी संस्कृति को भूले न इसके लिए जो भी किया जाए कम है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार शिक्षा को सुधारने के लिए पूरी तरह संबेधनशील है। उन्होंने बताया कि दूरदराज के इलाकों में शिक्षक की कमी होने के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो इसके लिए अगले वर्ष तक हर उच्च पाठशाला में आईसीटी लैब स्थापित कर दी जाएगी ताकि विडियो कान्फ्रैंसिग के माध्यम से बच्चों को पढ़ाया जा सके। शिक्षा विभाग अगले एक वर्ष में 30 हजार शिक्षकों के पद भरने जा रहा है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्य संसदीय सचिव सोहन लाल ठाकुर ने कहा की किसी भी संस्थान के लिए इतना लंबा सफर तय करना गौरब की बात है। उन्होंने बताया कि उन्होंने पहली बार विधायक बनने पर अपनी विधायक निधि से पहली राशि इस कॉलेज के लिए जारी की थी। उन्होंने बताया कि पिछली सरकार में महाविद्यालयों में प्रधानाचार्य की पदोन्नति नहीं हुई। जबकि वर्तमान सरकार ने एक वर्ष के भीतर ही महाविद्यालयों में इन पदों को पदोन्नति से भर दिया हैं. महाविद्यालय के प्रधानाचार्य डॉ खुशवंत ने अतिथियों का स्वागत किया और महाविद्यालय के 100 वर्ष के इतिहास का संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया। उन्होंने महाविद्यालय की समस्याओं के बारे में मुख्य संसदीय सचिव को अवगत करवाया।
महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा इस अवसर पर आकर्षक रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। उन्होंने गिद्दा, लुड्डी, किन्नौरी नृत्य प्रस्तुत कर खूब समा बांधा। सीपीएस ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत करने के लिए अपनी ऐच्छिक निधि से 21,000 रुपये स्वीकृत किए। उन्होंने मेधावी बच्चों को भी सम्मानित किया।
कार्यक्रम में एसडीएम सुंदरनगर गिरीश समरा, बीडीसी सदस्य, नगर पंचायत सुंदरनगर के पार्षदगण, पार्टी कार्यकर्ता, लोक निर्माण, जल शक्ति, बिजली बोर्ड सहित अन्य विभागों के अधिकारी, महाविद्यालय के शिक्षक, पूर्व शिक्षक, विद्यार्थी तथा अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।