डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – सुंदरनगर
अंतर्राष्ट्रीय मिलेट वर्ष 2023 के अंतर्गत कृषक प्रशिक्षण केंद्र सुंदरनगर में कृषि व पशु सखियों को हिमाचल प्रदेश राज्य आजाविका मिशन द्वारा प्रायोजित विभिन्न प्रशिक्षण कार्याक्रमों के आयोजन द्वारा जागरूक किया जा रहा है। इस कड़ी में चौथा प्रशिक्षण कार्यक्रम रविवार को सफलतापूर्वक संपन्न हुआ जिसमें जिला शिमला और मंडी की 40 कृषि व पशु सखियों ने भाग लिया था। प्रशिक्षण कार्यक्रम में पोषक अनाजों का उत्पादन, उनसे बनने वाले व्यंजन तथा खाद्य सुरक्षा और विपणन की जानकारी दी गई। विपणन की जानकारी के लिए महिलाओं को आटा मिल का भ्रमण भी करवाया गया। महिलाओं को मोटे अनाज के लिए पद्मश्री नेकराम शर्मा द्वारा भी प्रशिक्षित किया गया।
रागी के दानों को बिना छीले कर सकते हैं प्रयोग : नेकराम शर्मा
नेकराम शर्मा ने बताया कि अनाज को पकाने से पहले कूटकर या मशीन से इनका छिलका निकालना पड़ता है, लेकिन रागी के दानों को सीधा पकाकर या आटा बनाकर पकवान बनाए जा सकते हैं। विभागीय अधिकारी भी किसानों को अधिक से अधिक इसकी पैदावार के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। असंतुलित भोजन से उत्पन्न बीमारियों से निदान पाने के लिए किसान वर्ग को मोटे अनाज की पैदावार के लिए प्रेरित तथा प्रशिक्षित होना होगा।
कम पोषक मृदा में भी उगाए जा सकता है मोटा अनाज :
उन्होंने बताया कि मोटा अनाज किसी भी जलवायु में पैदा हो जाता है। यह वर्षा आधारित खेती के लिए यह उपयुक्त फसल है। अधिक वर्षा बाले क्षेत्रों में खेतों से पानी की निकासी का पूर्ण प्रबंध होना आवश्यक है। इसकी खेती करने के लिए ज्यादा खाद और कीटनाशकों की आवश्यकता नहीं होती है। इसलिए कम पोषक मृदा में भी यह अनाज उगाया जा सकता है।
सात दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रधानाचार्य कृषक प्रशिक्षण केंद्र सुंदरनगर डॉ. प्राची, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिक, पन्च गभ्य विशेषज्ञ डॉ हेमंत शर्मा, प्रधान जागृति सैल्फ हेल्प ग्रुप छातर हरदीप कौर, प्रशिक्षण कार्यक्रम के समन्यवक कृषि विकास अधिकारी डॉ अमर सिंह कौंडल और प्रशिक्षण अधिकारी डॉ. शंकर दास शर्मा तथा कृषि विभाग के अन्य अधिकारियों द्वारा प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया गया।