
डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – बीती 31 जुलाई की रात रामपुर के समेज में कुदरत ने ऐसा कहर बरपाया की कई लोगों को बाढ का पानी आपने साथ बहा ले गया। इनमे से एक थी कल्पना। कल्पना पत्नी जयसिंह गांव कंदरी तहसील रामपुर अपने दो बच्चों के साथ लापता है कल्पना का चार दिन बाद भी बच्चों सहित कोई सुराग हाथ नहीं लग पाया है। कल्पना यहां पर हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में कार्यरत थी। कल्पना के दो बच्चे भी उनके साथ रहते थे। लेकिन 31 जुलाई बुधवार की सुबह कुदरत का ऐसा कहर बरपा की यहां पर 36 लोगों को बाढ का पानी अपने साथ बहा कर ले गया। उसी में कल्पना भी अपने बच्चों के साथ लापता हो गई है। जानकारी के अनुसार कल्पना की बेटी सात साल जबकि बेटा तीन साल का था। उस रात तीनों अपने कंपनी के मकान में रह रहे थे। कल्पना के पति कुछ कार्य से घर से बाहर गए थे जिस कारण उनकी जान बच गई। कल्पना के द्वारा बनाए गए वीडियो इंस्टाग्राम, फेसबुक, यूट्यूब और अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल हो रहे हैं। वहीं घटना की पहली रात को कल्पना ने कुछ ऐसी बातें कही जिसे देखकर हर कोई हैरान हैं। कल्पना कदारटा ने बताया कि में अपनी जान के साथ इतना बड़ा रिस्क नहीं ले सकती अगर कहीं मौत आ गई तो मेने अभी तो जिंदगी में कुछ नहीं देखा।
वहीं, बता दें कि हंसते खेलते परिवार को कुदरत के कहर ने उजाड़ कर रख दिया है। जयसिंह अब अकेले रह गए हैं। वह रामपुर में ठेकेदार का कार्य करते हैं और कल्पना हाइड्रो पावर प्रोजेक्ट में कार्यरत थी। दोनों की जिंदगी बच्चों के साथ ख़ुशी-ख़ुशी चल रही थी लेकिन अचानक प्राकृतिक आपदा ने एक रात में ही सबकुछ खत्म कर दिया।


Author: Daily Himachal News
