डेली हिमाचल न्यूज़ : शिमला – मंडी – गारंटीयां पूरी करने के लिए लूट खसूट पर उतरी हिमाचल सरकार की राष्ट्रीय स्तर पर किरकिरी होने के बाद अपने एक और तुगलकी फरमान को से यू-टर्न ले लिया है। भाजपा मुख्य प्रवक्ता एवं सुंदरनगर विधायक राकेश जंवाल ने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखु को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री ने स्वच्छ भारत मिशन के तहत लाखों शौचालय निशुल्क बनवाये वहीं मुख्यमंत्री की अवसरवादी सोच ने इन शौचालय पर टैक्स लगा कर अपनी लूट खसूट शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री अवसरवादी, झूठे और अनुभवहीन है, उनका झूठ गाहे बगाहे सामने आता रहता है। आज उनका मीडिया में यह ब्यान की शौचालय में लगी शीट पर टैक्स का कोई फैसला सरकार ने नही लिया, उनके झूठ पर मोहर लगाता है। मीडिया की ही बात करें तो तीन दिन से नोटिफिकेशन की कॉपी तमाम चैनल और अख़बारों में घूम रही है। लेकिन आप जब राष्ट्रीय स्तर पर उन्हें यह बात समझाई गईं तब जा कर वो अपने इस निर्णय से पल्ला झाड गए।
राकेश जंवाल ने कहा की या तो मुख्यमंत्री किसी की सुनते नही या फिर जो सलाहकारों की फौज और कैबिनेट रैंक की फौज उन्होंने अपने आसपास खड़ी कर रखी है उसका बोझ वहन करने के लिए उन्हें इस तरह के उलटे सीधे निर्णय लेने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा की जनता के करों पर ही पलने वाले ये अधिकारी और सलाहकार मुख्यमंत्री से जनविरोधी निर्णय करवा रहें है. उन्होंने कहा कि मैंने अपने पिछले ब्यान में भी कहा था कि मुख्यमंत्री सुखु हवा पर भी टैक्स लगा सकते है वह बात भी चरितार्थ होती दिख रही है. मुख्यमंत्री सुखू हरियाणा चुनावों में एक के बाद एक झूठ बोलते नजर आए की हिमाचल में उन्होंने पांच गारंटीयां पूरी कर ली है, एक सफ़ेद झूठ है उसी समान प्रतिदिन वे झूठ बोल मुख्यमंत्री पद की गरिमा को खोते जा रहे हैं और इस पद का उन्होंने मजाक बना दिया है। इसलिए नैतिक तौर पर इस पद पर बैठने का कोई अधिकार उन्हें नही है।
राकेश जंवाल ने कहा की मुख्यमंत्री सुखु को शायद नींद में भी पैसा हो दिखता है इसलिए वे हिमाचल में हर चीज से पैसों का दोहन करना चाहते हैं। उन्होंने कहा आज महिलाएं कांग्रेस सरकार को कोसती नजर आती है उन्हें 1500 के नाम पर परिवार में ही लड़ा दिया अब उनके इज्जत और सुविधा के लिए खुले शौचालय पर टैक्स लगाने की सोच ने साफ कर दिया है की मुख्यमंत्री सुखु महिलाओं का कितना सम्मान करते हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री को चेताते हुए कहा कि हर संस्थान डीनोटिफाई करते करते आप भूल गये की आप जनता के मान सम्मान को भी डीनोटिफाई करने पर तुले हो जो केंद्र सरकार ने उन्हें दिया है। इसलिए आप समय रहते संभल जाए, ऐसा न हो जनता आपको समझाने के लिए कड़े रुख अपनाने के लिए आपके विरोध में खड़ी हो जाए। उन्होंने कहा अपनी गारंटीयों पर विश्वास करने की सजा उन्हें इस तरह प्रताड़ित करके मुख्यमंत्री प्रदेश को न दें।