मंडी : जल शक्ति, बागवानी, राजस्व एवं सैनिक कल्याण मंत्री महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल प्रदेश देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। हिमाचल ने कई राज्यों को बिजली आपूर्ति सुनिश्चित की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में करीब 27 हजार मेगावाट विद्युत उत्पादन की क्षमता है, वर्तमान में राज्य में करीब साढ़े 11 हजार मेगावाट विद्युत उत्पादन किया जा रहा है। इसे बढ़ाने और अतिरिक्त विद्युत उत्पादन करने की दिशा में काम किया जा रहा है। साथ ही प्रदेश में अक्षय ऊर्जा उत्पादन क्षमता में वृद्धि पर बल दिया जा रहा है।
महेंद्र सिंह ठाकुर आजादी के अमृत महोत्सव की श्रृंखला में ऊर्जा मंत्रालय के उज्ज्वल भारत-उज्ज्वल भविष्य कार्यक्रम के अंतर्गत आयोजित ‘बिजली महोत्सव’ में बतौर मुख्यातिथि शिरकत करते हुए बोल रहे थे। मंडी के भ्यूली स्थित विपाशा सदन में सोमवार को आयोजित यह महोत्सव ऊर्जा क्षेत्र में केंद्र और राज्य सरकार की साझेदारी और शानदार उपलब्धियों से जन जीवन में आए क्रांतिकारी परिवर्तनों को समर्पित था।
4 लाख मेगावाट तक पहुंची देश में विद्युत उत्पादन क्षमता
महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि वर्ष 2014 में देश में विद्युत उत्पादन क्षमता जहां 2 लाख 48 हजार 554 मेगावाट थी वो आज 4 लाख मेगावाट तक पहुंच गई है । यह हमारी ऊर्जा जरूरतों के मुकाबले 1.85 लाख मेगावाट अधिक है। आज भारत पड़ोसी देशों को विद्युत का निर्यात कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पूरे देश में एक ग्रिड तथा एक फ्रीक्वेंसी के तहत 1 लाख 63 हजार किलोमीटर बिजली लाईनों का विस्तार किया गया है । इस ग्रिड के जरिए 1 लाख 12 हजार मेगावाट बिजली को देश के एक कोने से दूसरे ग्रिड तक संचारित करने की क्षमता का निर्माण हुआ है । जलवायु परिवर्तन से संबंधित पेरिस समझौता सीओपी 21 के संकल्प के मुताबिक हमने देश में नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने और वर्ष 2030 तक अक्षय ऊर्जा से 40 प्रतिशत विद्युत उत्पादन की प्रतिबद्धता जताई थी, इस लक्ष्य को हमने नवम्बर, 2021 में ही हासिल कर लिया है । आज हम नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत से 1,63,000 मेगावाट विद्युत उत्पादन कर रहे हैं । हम सबसे तेज गति से नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता को बढ़ाने में विश्व में अग्रणी हैं।
विद्युत वितरण-अधोसंरचना सुदृढ़ीकरण पर खर्चे 2 लाख करोड़ :
महेंद्र सिंह ठाकुर ने बताया कि देश में पिछले 8 सालों में विद्युत वितरण तथा अधोसंरचना को सुदृढ़ करने के लिए 2,01,722 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। 2921 नए सब-स्टेशन, 3926 सब-स्टेशनों का विस्तार, 6,04,465 किलोमीटर एल.टी.लाईनें तथा 2 लाख 68 हजार से अधिक 11 केवी एचटी लाईनें बिछाई गई हैं। वर्ष 2015 में ग्रामीण क्षेत्रों को औसतन 12.5 घंटे बिजली आपूर्ति की जाती थी जिसे अब प्रतिदिन औसतन 22.5 घंटे तक बढ़ा दिया गया है।
जल शक्ति मंत्री ने राज्य सरकार ने विद्युत उपभोक्ता अधिकार नियम, 2020 लागू कर नए विद्युत कनेक्शन लगाने के लिए समय सीमा निर्धारित की है । समय पर विद्युत बिल देने सुनिश्चित किए हैं। विद्युत संबंधी शिकायतों के समाधान के लिए समय सीमा निर्धारित की है, ताकि उपभोक्ताओं को सुगमता हो।
125 यूनिट फ्री बिजली के लिए जताया आभार :
महेंद्र सिंह ठाकुर के कहा कि प्रदेश की जय राम सरकार केे आम नागरिकों की सुविधा के लिए 125 यूनिट बिजली मुफ्त देने के निर्णय से साढ़े 11 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को सीधा लाभ पहुंचा है। लोगों के बिजली बिल जीरो आए हैं। इससे मंडी जिले में 1.62 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को लाभ हुआ है। उन्होंने सभी लाभार्थी उपभोक्ताओं की ओर से मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर का आभार जताया। जल शक्ति मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर गरीबों के कल्याण के लिए लगातार काम कर रहे हैं। प्रधानमंत्री सहज बिजली हर घर योजना -सौभाग्य योजना में बीपीएल परिवारों को निशुल्क बिजली कनेक्शन दिए जा रहे हैं। वहीं एपीएल परिवारों को मात्र 500 रुपये में यह सुविधा मिल रही है। इस योजना के तहत मंडी जिले में करीब 1200 लाभार्थियों की सुविधा के लिए 76 लाख रुपये खर्चे गए हैं। वहीं जिले में मुख्यमंत्री रोशनी योजना में 2832 परिवारों को निशुल्क बिजली कनेक्शन प्रदान किए गए हैं। इस पर 2.12 करोड़ रुपये व्यय आया है।
हिम ऊर्जा की ग्रिड कनेक्टेड रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट योजना के तहत मंडी जिले में 596 लाभार्थियों को नेशनल सोलर मिशन के तहत लाभ दिए गए हैं। इसमें 14.83 करोड़ रुपये व्यय किए गए हैं। इसके अलावा ग्राउंड माउंटेड सोलर पावर प्रोजेक्ट्स के तहत 11 करोड़ रुपये खर्चे गए हैं।
विस्थापितों की समस्याओं के स्थाई समाधान के लिए प्रतिबद्ध सरकार :
महेंद्र सिंह ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के लोगों ने देश की ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए, राष्ट्रीय महत्व की बड़ी परियोजनाओं के लिए हजारों बीघा जमीन सौंपी है। सरकार विस्थापितों की समस्याओं के स्थाई समाधान के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने सतलुज जल विद्युत निगम और अन्य विद्युत परियोजनाओं के प्रबंधन से भी विस्थापितों की चिंताओं पर ध्यान देने और उनके समाधान के लिए अतिरिक्त प्रयास करने को कहा।
खोजें समस्याओं के स्मार्ट समाधान :
उन्होंने कहा कि आजादी के अमृत काल में सभी को देश के लिए कुछ नया कर सकने की प्रेरणा के साथ काम करना चाहिए। ऊर्जा के क्षेत्र में क्या नया किया जा सकता है, इसपर विचार करें। विद्युत से जुड़ी समस्याओं के, शहरों में बिजली तारों के जंजाल का, गांवों में बिजली वोल्टेज और अन्य समस्याओं का स्मार्ट समाधान करने के प्रयास किए जाने चाहिए।
30 को ग्रैंड फिनाले :
कार्यक्रम में सतलुज जल विद्युत निगम के प्रधान सलाहकार डॉ. एम.पी. सूद ने बिजली महोत्सव पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उज्ज्वल भारत-उज्ज्वल भविष्य कार्यक्रम के अंतर्गत प्रदेश के हर जिले में बिजली महोत्सव के दो-दो कार्यक्रम किए जा रहे हैं। 30 जुलाई को इसका ग्रैंड फिनाले आयोजित किया जाएगा, जिसमें प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल माध्यम से लाभथिर्यों से संवाद करेंगे। यह ग्रैंड फिनाले मंडी के थुनाग में होगा, जिसमें मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर भी मौजूद रहेंगे।
उन्होंने बताया कि सतलुज जल विद्युत निगम प्रदेश के साथ साथ देश-विदेश में बड़ी विद्युत योजनाओं के जरिए विकास में भागीदारी निभा रहा है। उन्होंने बताया कि साल 2040 तक निगम 50 हजार मेगावाट विद्युत उत्पादन के लक्ष्य को हासिल करने के लिए काम कर रहा है। विद्युत बोर्ड मंडी के अधीक्षण अभियंता प्रवीण धीमान ने जलशक्ति मंत्री का स्वागत करते हुए ऊर्जा विभाग की योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी।
लाभार्थियों ने जताया आभार :
कार्यक्रम में ऊर्जा विभाग की योजनाओं के लाभार्थियों ने अपने अनुभव साझा किए। इस दौरान सौभाग्य योजना के लाभार्थी बैहना के बुद्धि सिंह, रूफ टॉप सोलर पावर प्लांट योजना के लाभार्थी नेला के पीडीएस सिंह और ग्राउंड माउंटेड सोलर पावर प्रोजेक्ट्स के लाभार्थी भांबला, सरकाघाट के सीएसएस चौहान ने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री जय राम ठाकुर का उनके जीवन को विकास के उजाले से भरने और घरों को रोशन करने के लिए आभार जताया। अतिरिक्त उपायुक्त जतिन लाल ने जल शक्ति मंत्री का आभार जताते हुए उनके दिशा निर्देशों की अनुपालना तय बनाने का भरोसा दिलाया।
यह रहे मौजूद :
Nकार्यक्रम में जिला परिषद अध्यक्ष पाल वर्मा, उपमहापौर वीरेंद्र भट्ट, उपायुक्त अरिंदम चौधरी, एसडीएम सदर रितिका जिंदल, नगर निगम के पार्षद, हिम ऊर्जा के परियोजना अधिकारी रमेश ठाकुर, एसजीवीएन के हरीश शर्मा, एनटीपीसी, विद्युत बोर्ड समेत अन्य विभागों के अधिकारी और ऊर्जा विभाग की विभिन्न योजनाओं के लाभार्थी उपस्थित रहे।