

डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – भगवान शिव की नगरी काशी की तर्ज पर छोटी काशी मंडी में ब्यास आरती के आयोजन से अंतरराष्ट्रीय शिवरात्रि महोत्सव के इतिहास के साथ एक नया अध्याय जुड़ गया है। महाशिवरात्रि की संध्या पर विश्वविख्यात पंचवक्त्र मंदिर के सामने पौराणिक नदी ब्यास के विपाशा तट पर काशी से आए पांच विद्वान पंडितों की अगुवाई में की गई। ब्यास आरती ने पूरे वातावरण को आध्यात्मिक रंगों से सराबोर कर दिया। ब्यास आरती के लिए विपाशा एवं सुकेती के संगम पर पांच विशेष मंच तैयार किए गए। काशी से मंडी पधारे पुजारियों ने इन मंचों से महाआरती की विधि संपन्न की। इस भव्य एवं अलौकिक आयोजन में सहभागिता जताने के लिए मंडी शहर की विभिन्न सामाजिक, धार्मिक एवं स्वयंसेवी संस्थाओं ने अपनी उपस्थिति दर्ज की। शहर के लोगों ने घर से एक-एक दीया लाकर महाशिवरात्रि की संध्या को रोशनी के रंगों से भर दिया। इस ब्यास आरती का आयोजन काशी के विभिन्न घाटों आयोजित होने वाली विधिवत गंगा आरती के अनुसार ही किया गया। बता दें कि ब्यास आरती में काशी से मंडी आए पंडित मूल रूप से हिमाचल प्रदेश के ही रहने वाले हैं और काशी में आयोजित होने वाली गंगा महाआरती में मुख्य भूमिका निभाते हैं। उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन ने कहा कि इस बार का महाशिवरात्रि महोत्सव के दौरान पहली बार ब्यास आरती का आयोजन किया गया है। शिवरात्रि धार्मिक उत्सव होने के नाते प्रशासन और मंडी वासियों ने ब्यास आरती के आयोजन को लेकर एक नई पहल की है। भगवान शिव को ब्यास आरती के माध्यम से याद कर मंडी के लोगों ने शिवरात्रि महोत्सव का शुभारंभ किया है। अपूर्व देवगन ने कहा कि इस भव्य आयोजन को लेकर विभागों तथा मंडी शहर की विभिन्न सामाजिक संस्थाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है।

जिला मंडी के विधानसभा क्षेत्र धर्मपुर के विधायक चंद्रशेखर ने कहा कि भगवान शंकर की जटाओं से निकल कर मोक्षदायिनी गंगा की धारा मंडी में ब्यास के रूप में बह रही है। इसके सम्मान में आज भव्य ब्यास आरती का आयोजन हुआ है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार का आयोजन स्थानीय लोगों की भागीदारी के बिना संभव नहीं था। इसको लेकर स्थानीय संस्थाओं ने अपने तौर पूरा सहयोग प्रशासन को ब्यास आरती के आयोजन के लिए दिया है।


काशी से ब्यास आरती के लिए मंडी आए मुख्य पंडित युगल शर्मा ने कहा कि शिवरात्रि के पावन अवसर पर मंडी प्रशासन ने काशी में होने वाली गंगा आरती की तरह ब्यास आरती करवाने का संकल्प लिया गया था। इसी संकल्प को पूरा करने के हम सब पंडित काशी में आयोजित होने वाली गंगा महाआरती की तरह ब्यास आरती मंडी में आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि वह हिमाचल प्रदेश के जिला शिमला के शोघी के रहने मूल निवासी है और प्रदेश में ब्यास आरती करवाना उनके लिए एक बड़ा सौभाग्य है।

Author: Daily Himachal News
