डेली हिमाचल न्यूज़ : शिमला – मंडी
हिमाचल प्रदेश की 14वीं विधानसभा के पहले दिन विधायक राकेश जंवाल ने सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न मुद्दों को उठाया। राकेश जंवाल ने सत्र के पहले दिन नियम 67 के तहत आपदा से हुए नुकसान पर चर्चा करने की मांग की लेकिन विधानसभा अध्यक्ष द्वारा उनके सवाल को अनदेखा कर इस नियम के तहत चर्चा करने की अनुमति नहीं दी। जिसके बाद सदन से सभी विपक्षी विधायकों को वाकआउट करना पड़ा।
विधायक राकेश जंवाल ने कहा कि प्रदेश में आपदा से भारी नुकसान हुआ है लेकिन सत्तापक्ष नियम 67 के तहत चर्चा करने से बच रहा है। उन्होंने कहा कि उन्हें नियम के तहत चर्चा करने की इजाजत न देने के बजाय अध्यक्ष महोदय ने सरकारी संकल्प को मंजूरी दी। इस विषय पर पहले से ही चर्चा में शामिल किया है। उन्होंने कहा कि सत्र के पहले दिन उन्होंने सुंदरनगर विधानसभा क्षेत्र के तहत आपदा से हुए नुकसान का राजस्व मंत्री से विस्तृत ब्यौरा मांगा है। जिसमें 15 जुलाई 2023 से 15 अगस्त 2023 के बीच क्षेत्र में कितने घरों को आपदा से नुकसान पहुंचा है। इसकी विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। इसके अलावा प्रदेश सरकार ने आपदा से जिन लोगों को नुकसान पहुंचा है उन्हें कितनी राहत राशि फौरी तौर पर दी गई है। जिसकी विस्तृत रिपोर्ट नाम पता सहित दिया जाए।
राकेश जंवाल ने कहा कि आपदा के समय केंद्र सरकार ने करीब 900 करोड़ रुपए से ज्यादा की राहत राशि मिली है लेकिन प्रदेश सरकार ने कितने लोगों को इससे राहत पहुंचाई है इसकी जानकारी सदन में उपलब्ध करवाई जाए। उन्होंने सरकार से मांग की कि कोई स्थायी नीति बना कर लोगों को सहायता प्रदान की जाए।