डेली हिमाचल न्यूज़ : मंडी – बिलासपुर
हिमाचल प्रदेश ओलंपिक एसोसिएशन के बैनर तले हिमाचल प्रदेश की महिला हैंडबॉल की टीम का बिलासपुर में हुआ चयन विवादों में आ गया है। 5-9 नवंबर तक गोवा में होने वाली राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयनकर्ताओं ने 16 सदस्यों वाली टीम में एक निजी अकादमी के 15 खिलाडिय़ों का चयन किया है। यह आरोप प्रदेश की राष्ट्रीय स्तर की महिला हेडबॉल खिलाडिय़ों ने जड़े हैं। महिला खिलाडिय़ों का आरोप है कि चयनकर्ताओं में से एक चयनकर्ता अपनी हैंडबॉल अकादमी चलाती है। आरोप है कि निजी अकादमी के जिन 15 खिलाडिय़ों का चयन किया गया है। वह पूरा समय कोचिंग तो निजी अकादमी में लेती है, लेकिन बाहरी राज्यों व प्रदेश के कॉलेजों में उन्होंने फर्जी एडमिशन ले रखी है।
निजी अकादमी की 15 खिलाड़ियों का कर दिया चयन :
कुल्लू जिला से संबंधित खिलाड़ी पूनम, सपना, नेहा, योगिता, मंडी जिला की अवंतिका, दीक्षा, जागृति, शिमला की शिवानी, बिलासपुर की निकिता, दिव्या, मोनिका, प्रांजल, शिक्षा, प्रियंका, काजल, आंचल, सृष्टि व ऊना की मानसी ने बताया की गत दिवस ओलिंपिक एसोसिएशन हिमाचल द्वारा हैंडबॉल टीम का ट्रायल बिलासपुर में आयोजित किया गया। जिसमे ओलिंपिक एसोसिएशन द्वारा 3 चयनकर्ता टीम के चयन के लिए लगाए गए। उन सलेक्टर में एक खो-खो खेल के पदाधिकारी है जिनको हैंडबॉल के बारे मे कोई जानकारी नहीं, दूसरी चयनकर्ता निजी हैंडबॉल अकादमी की संचालक है और तीसरा चयनकर्ता बिलासपुर से खेल विभाग से संबंधित हैंडबॉल कोच थे। ट्रायल के समय उनके द्वारा निजी हैंडबाल अकादमी संचालिका के चयनकर्ता बनाने पर आपत्ति जताई गई थी, लेकिन ओलिंपिक एसोसिएशन के अध्यक्ष द्वारा उनकी बात को अनसुना किया गया। जब टीम घोषित की गई तो पाया कि चयनित 16 खिलाडिय़ों में से 15 खिलाड़ी एक ही निजी अकादमी से है। महिला खिलाडिय़ों का कहना है कि वह सभी खिलाड़ी पिछले कई सालों से हिमाचल प्रदेश की और से खेल रही है और उनकी अनदेखी स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने खेल मंत्री विक्रमादित्य सिंह से टीम के चयन को लेकर हुई धांधली की जांच कराने की मांग की है।
चयन प्रक्रिया में हुई धांधली नहीं होगी बर्दाश्त : नंद किशोर
इधर, हिमाचल प्रदेश हैंडबॉल संघ के महासचिव नंद किशोर शर्मा का कहना है कि हैंडबॉल टीम का चयन ओलंपिक संघ द्वारा किया गया है। खिलाडिय़ों की आपत्ति को लेकर सही जानकारी प्रदेश ओलंपिक संघ ही दे सकता है। लेकिन चयन प्रक्रिया में अगर कोई धांधली की गई है तो यह किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं होनी चाहिए।